KHABAR CHALISA SPECIAL Side view: Dominance of business leader in minister’s court
विधानसभा चुनाव के समय रायपुर संभाग के एक भाजपा प्रत्याशी को समाज के लोगों ने एक व्यापारी से दूर रहने की सलाह दी। पार्टीकार्यकर्ताओं और समाज के लोगों ने कहा कि इस व्यापारी की छबि ठीक नहीं है। बेहद स्वार्थी है आम जनता में छबि खराब है।
विधानसभा चुनाव के दौरान उक्त प्रत्याशी ने व्यापारी नेता को कहा कि अभी चुनावी मैनेजमेंट छोडक़र घर में आराम करो या दूसरे क्षेत्रचले जाओ। व्यापारी नेता ने भाजपा प्रत्याशी की बात मान ली l चुनाव परिणाम आया भाजपा प्रत्याशी की जीत हो गई और अब मंत्री भीबन गए है। बदली हुई परिस्थिति में व्यापारी नेता मंत्री के बेहद करीबी हो गए हैं। तमाम महत्वपूर्ण कामों पर व्यापारी नेता की नजर रहतीहै। जिन लोगों ने व्यापारी नेता से दूर रहने की सलाह दी थी वो सरकार आने के बाद किनारे हो गए। मंत्री के दरबार में व्यापारी नेता केधमक की खूब चर्चा है।
किरणदेव हटेगें ?
लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली बेहद सफलता के बाद संगठन स्तर में छत्तीसगढ़ में भी फेरबदल की अटकलें लगने लगी है।सरकार में तो फेरबदल मंत्रियों स्तर पर होगी, कुछ जिलों के कलेक्टर और एसपी भी बदले जाएंगे। संगठन में किस स्तर पर फेरबदलहोगा इसका आंकलन लगाया जा रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव को भी हटाने की चर्चा है।
किरणदेव के करीबी लोगों का मानना है कि लोकसभा चुनाव निपटने के बाद सरकार में कोई महत्वपूर्ण पद किरणदेव को मिल सकताहै।
लता उसेंड़ी का कद बढ़ेगा
छत्तीसगढ़ के कई भाजपा नेताओं का उड़ीसा सरकार में दखल रह सकती है। कोंडागांव विधायक लता उसेंड़ी भाजपा की राष्ट्रीयउपाध्यक्ष व उड़ीसा के प्रभारी रही है। लोकसभा चुनाव के तीन महीने पहले से लता उसेंडी उड़ीसा में धुआंधार दौरा कर संगठन कोमजबूत करने मेहनत की है। ओड़िशा में भाजपा सरकार आने व लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत मिलने के बाद लता उसेंडी का कद पार्टीमें बढ़ गया है। अब देखना है कि आगामी दिनो लता को क्या पुरस्कार मिलता है।
कलेक्ट्रेट में आवेदनों की पूछ परख
बलौदाबाजार जिलाधीश कार्यालय में आगजनी और तोडफ़ोड़ की घटना के बाद प्रदेश भर के कलेक्टर और एसपी सतर्क हो गए है।विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों के धरना प्रदर्शन, आंदोलन के आवेदनों को संज्ञान में ले रहे हैं । प्रदेश के कई जिलों में ऐसेआंदोलनों पर तहसीलदार और डिप्टी कलेक्टर के माध्यम से मामला निपटाने की कोशिश की जाती थी लेकिन अब सभी जिलों केकलेक्टर –एसपी पूरे मामले खुद देख रहे है। कई मामलों को राज्य स्तर के जिम्मेदार अधिकारियों से मंत्रालय में सीधे बातचीत कर हलनिकाला जा रहा है। जिला प्रशासन की इस तरह की सक्रियता से कई जनहित के अटके काम तेजी से निपट रहे है।
नौकर को मालिक बनाया
शराब के धंधे मे लगे कई लोगों की निकल पड़ी है। पिछली सरकार में शराब ठेकेदारों के यहां नौकरी कर जीवन यापन करने वाले गुर्गे नेशराब के खेल को पूरी तरह समझ लिया। सिस्टम की खामी और फायदे की गणित में माहिर हो गए। सरकार बदलने के बाद नएठेकेदारों ने शराब का काम करने के लिए पुराने सरकार के शराब ठेकेदारो के नौकरों से सबकुछ सीख रहे है। एक ठेकेदार ने तो रोज कीउठापटक से बचने के लिए एक नौकर को ही अपना पार्टनर बनाकर दिन दुगुना रात चौगुना फायदा लेने का गुर सीख लिया है।
रेत खनन और विधायक
सरकार बदलने के बाद भी अवैध रेत खनन में कमी नहीं आई है। रायपुर जिले में तो एक विधायक की दखल के चलते ठेकेदार भी बेबस हो गए हैं।
बताते हैं कि रायपुर जिले में रेत खनन का ठेका हासिल करने वाले ठेकेदार भी रसूखदार हैं और वो भी पूर्व विधायक के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। मगर स्थानीय विधायक समर्थकों के खौफ के आगे टिक नहीं पाए और खदान को सरेंडर कर दिया। बलौदा बाजार की घटना के बाद अवैध खनन के मामलों पर नजर रखे हुए है। देखना है कि विधायक पर लगाम लगा पाती है या नहीं।
तबादले का खेल
स्कूल शिक्षा विभाग में करीब सवा दो सौ शिक्षा अधिकारियों के तबादले का प्रस्ताव अटका पड़ा है। आचार संहिता खत्म होने के भी समन्वय से प्रस्ताव पर मुहर नहीं लग पाई है। विभागीय मंत्री जल्द ही पद छोड़ने वाले हैं। इस बीच में प्रस्ताव को मंजूरी मिल पाती है या नहीं, यह देखना है। मगर देरी से शिक्षा अफसरों में बेचैनी बढ़ गई है।