KERALA LOCAL BODY ELECTION : Blow to LDF, BJP emerges as the biggest surprise
केरल में हुए स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे अगले साल होने वाले चुनावों से पहले सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (LDF) के लिए बड़ा झटका साबित हुए हैं। चुनाव परिणामों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (UDF) ने मजबूत प्रदर्शन करते हुए 6 में से 4 नगर निकायों और 14 जिला पंचायतों में जीत दर्ज की है, जबकि एलडीएफ को सिर्फ 6 सीटों से संतोष करना पड़ा।
इन नतीजों में सबसे ज्यादा चर्चा भारतीय जनता पार्टी (BJP) की है, जो केरल में एक अप्रत्याशित ताकत के रूप में उभरी है। राजधानी तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने 50 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। 101 सदस्यीय निगम में पहली बार भाजपा को इतना बड़ा जनादेश मिला है।
गौरतलब है कि तिरुवनंतपुरम नगर निगम को लंबे समय से वामपंथी गढ़ माना जाता रहा है। पिछले कार्यकाल में 100 सदस्यीय निगम में CPI(M) के पास 51 सीटें, एनडीए के पास 35 और UDF के पास 10 सीटें थीं। इस बार सीटों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है, जिसमें एनडीए को 50, एलडीएफ को 29 और UDF को 19 सीटें मिली हैं, जबकि 2 सीटें निर्दलीयों के खाते में गई हैं।
राजधानी तिरुवनंतपुरम उसी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां से कांग्रेस नेता शशि थरूर 2009 से लगातार चार बार सांसद चुने गए हैं। ऐसे में नगर निगम में भाजपा की इस बढ़त को राजनीतिक रूप से अहम संकेत माना जा रहा है।
पिछले साल भाजपा ने केरल में अपनी पहली लोकसभा सीट जीतकर खाता खोला था। अब स्थानीय निकाय चुनावों में मिली सफलता ने पार्टी का उत्साह और बढ़ा दिया है। नतीजों के बाद साफ है कि केरल की राजनीति में एलडीएफ को नुकसान, यूडीएफ को बढ़त और बीजेपी को नया आत्मविश्वास मिला है।
