आमतौर पर बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री सूट-बूट में लक्जरी व कीमती ब्रीफकेस में बजट लेकर सदन पहुंचते रहे हैं,लेकिन सूबे के ठेठ छत्तीसगढिय़ा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो आज कमाल ही कर दिया। गोबर से बने ब्रीफकेस में बजट लेकर श्री बघेल सदन पहुंचे तो मौजूद लोग चौंक गए जब उन्हे पता चला कि ब्रीफकेस गोबर से बना हुआ है।। गोमय वसते लक्ष्मी..वाकई मां लक्ष्मी के प्रतीक के तौर पर विशेष रूप से तैयार गोधनमय ब्रीफकेस का बजट राज्य के लिए फलदायी होगा। लेकिन लोगों का चौकना इसलिए लाजमी था कि आखिर गोबर इतना कीमती हो गया कि गोबर बेंचने से पैसा मिल रहा,बिजली बन रही है,खाद व पेंट बन रहा और न जाने कितना गुणी है गोबर ..? अब तो ब्रीफकेस भी बन गया। जैसे कि मालूम हो छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना ने पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनायी है। पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि गोबर से कोई सामग्री भी तैयार की जा सकती है।
जैसे कि बताया गया मुख्यमंत्री ने बजट पेश करने के लिए जिस ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया वो चमड़े या जूट का नहीं होकर गोबर के बाई प्रोडक्ट से निर्मित है। इसे गोबर के पाउडर से तैयार किया गया है जिसे महिला स्वसहायता समूह की दीदी नोमिन पाल द्वारा बनाया गया है। छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने मां लक्ष्मी के प्रतीक के रूप में गो-धन से निर्मित ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया है। नगर निगम रायपुर के गोकुल धाम गोठान में काम करने वाली एक पहल महिला स्वसहायता समूह की दीदियों ने गोबर एवं अन्य उत्पादों के इस्तेमाल से इस ब्रीफकेस का निर्माण किया है । इस ब्रीफकेस की खासियत ये है कि इसे गोबर पाउडर, चूना पाउडर, मैदा,लकड़ी एवं ग्वार गम के मिश्रण को परत दर परत लगाकर 10 दिनों की कड़ी मेहनत से तैयार किया गया है । बजट के लिए विशेष तौर पर तैयार किए गए इस ब्रीफकेस के हैंडल और कार्नर कोंडागांव शहर के समूह द्वारा बस्तर आर्ट कारीगर से तैयार करवाया गया है। सोशल मीडिया में जैसे ही यह खबर वायरल हुआ एक बार फिर छत्तीसगढ़ की गोधन योजना चर्चा में आ गया,लोग कमेंट्स भी करने लगे कका तै तो कमाल कर देस..।