‘मुझे भी इशारे थे चुप रहे तो उपराष्ट्रपति बना देंगे,’ सत्यपाल मलिक ने फिर फोड़ा ‘बम’
झुंझुनूं : मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे भी इशारे थे कि यदि चुप हो जाऊं तो उप राष्ट्रपति बना देंगे. लेकिन मैंने कह दिया, मैं ऐसा नहीं कर सकता. बोले- बीजेपी में काफी लोग ऐसे हैं, जिन पर ईडी, सीबीआई, आईटी के छापे पड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को इन बीजेपी वालों पर भी छापे डलवा देने चाहिए. मलिक ने यह भी कहा कि वे राज्यपाल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद किसानों के बीच जाएंगे.
सत्यपाल मलिक रविवार को राजस्थान दौरे पर आए हैं. वे यहां झुंझुनूं जिले के बगड़ इलाके में पहुंचे थे. मेघालय के राज्यपाल मलिक को तीखे तेवर के लिए जाना जाता है. इस बार उन्होंने उप राष्ट्रपति को लेकर बड़ा बयान दिया है. पत्रकारों से बातचीत में सत्यपाल मलिक ने कहा- ‘जगदीप धनखड़ डिजर्व करते हैं इस पद के लिए, लेकिन मुझे भी इशारे किए गए थे कि यदि मैं सच बोलना बंद कर दूंगा तो मुझे उप राष्ट्रपति बना देंगे. लेकिन मैंने कह दिया. मैं ऐसा नहीं कर सकता.’
उन्होंने आगे कहा- ‘जो महसूस करता हूं. वो बोलता ही हूं. चाहे उसके लिए मुझे कुछ भी छोड़ना पड़े. देश में गैर बीजेपी नेताओं पर डाले जा रहे ईडी, आईटी और सीबीआई के छापों को लेकर भी मलिक ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में कई ऐसे लोग हैं, जिन पर अब तक ईडी, आईटी और सीबीआई के छापे डल जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं है. यही कारण है कि देश में इन एजेंसियों को लेकर अलग माहौल बन गया है.’
मलिक ने कहा- ‘सरकार को कुछ अपने लोगों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि देश में एजेंसियों को लेकर जो माहौल बना हुआ है, वो सही रह सके.’ सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि अच्छा है. एक नौजवान अपनी पार्टी के लिए काम कर रहा है. एक नेता पैदल तो चल रहा है, जबकि आज के वक्त में ऐसा कोई नहीं करता. उनकी भारत जोड़ो यात्रा से क्या मैसेज जाता है, वो तो जनता बताएगी. लेकिन उन्हें यह काम ठीक लग रहा है.
मैं किसानों की पूरी मदद करूंगा
मलिक ने कहा कि राज्यपाल का कार्यकाल पूरा होने के बाद वे किसानों की लड़ाई में उनका साथ देंगे. किसान को बेवकूफ समझने की भूल की जा रही है. जबकि कहावत है कि बेपढ़ा जाट पढ़ा जैसा, पढ़ा जाट खुदा जैसा. इसलिए किसान बड़ी होशियार कौम है. किसान आंदोलन से जुड़े लोग भी होशियार हैं. मैं उनकी पूरी मदद करूंगा. जहां पर भी किसानों की लड़ाई होगी. वहां जाऊंगा.
लगता नहीं कि सरकार MSP पर फैसला देगी
मलिक ने कारोबारी गौतम अडानी की बढ़ती संपत्ति को लेकर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश में यूट्यूब जैसे हालात हो रहे हैं. अडानी की संपत्ति बढ़ रही है तो किसानों की आमदनी नीचे जा रही है. अडानी एशिया के तीसरे नंबर के अमीर बन गए हैं. लोगों में यह चर्चा है कि अडानी का साथ सरकार दे रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान हालातों को देखते हुए नहीं लगता कि सरकार MSP पर कोई फैसला लेगी, इसलिए किसानों को फिर से आंदोलन करना पड़ेगा.
राजपथ का नाम बदलने की जरूरत नहीं थी
उन्होंने कहा- इस बार वे खुद आंदोलन में शामिल होंगे. राजपथ का नाम बदलने पर भी मलिक ने टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा प्रधानमंत्री के काम को सपोर्ट करता हूं, लेकिन राजपथ का नाम कर्तव्य पथ रखने की कोई जरूरत नहीं थी. राजपथ नाम भी ठीक था. बोलने में अच्छा था. अब कर्तव्य पथ एक मंत्र जैसा लगता है, लेकिन अब प्रधानमंत्री ने कर दिया तो हमें मंजूर है.
इससे पहले बगड़ पहुंचने पर भाजपा नेता डॉ. राजेश बाबल और विकास भालोठिया की अगुवाई में सत्यपाल मलिक का स्वागत किया गया. वहीं, कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी और एसपी मृदुल कच्छावा ने भी मलिक का स्वागत किया.