JHARKHAND LIQUOR SCAM CG CONNECTION : झारखंड में 450 करोड़ का शराब घोटाला, CBI को सौंपी गई जांच, छत्तीसगढ़ के अफसरों पर भी शिकंजा कसने के आसार

JHARKHAND LIQUOR SCAM CG CONNECTION : 450 crore liquor scam in Jharkhand, investigation handed over to CBI, Chhattisgarh officials also likely to be taken to task
रांची, 11 अप्रैल 2025। JHARKHAND LIQUOR SCAM CG CONNECTION झारखंड में सामने आए 450 करोड़ रुपए के शराब घोटाले की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) करेगी। इस मामले में छत्तीसगढ़ और झारखंड के कई बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं। कारोबारी विकास सिंह की शिकायत के बाद यह मामला सुर्खियों में आया, और अब इसकी फाइल CBI मुख्यालय, नई दिल्ली भेज दी गई है। सूत्रों के अनुसार, एजेंसी जल्द ही जांच की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।
EOW को नहीं मिल रहा सहयोग, CBI जांच की सिफारिश –
JHARKHAND LIQUOR SCAM CG CONNECTION इस घोटाले की शुरुआत छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) द्वारा की गई जांच से हुई थी। ईओडब्ल्यू ने झारखंड सरकार से तीन बार अभियोजन स्वीकृति मांगी ताकि वहां के अधिकारियों से पूछताछ की जा सके, लेकिन हर बार झारखंड सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। इसी रवैये को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने अब मामले की CBI जांच की सिफारिश कर दी है।
शिकायतकर्ता विकास सिंह का आरोप –
कारोबारी विकास सिंह का आरोप है कि छत्तीसगढ़ और झारखंड के अधिकारियों ने मिलकर झारखंड की शराब नीति में बदलाव करवाया और इसके जरिए भारी पैमाने पर घोटाला किया गया।
JHARKHAND LIQUOR SCAM CG CONNECTION उन्होंने बताया कि दिसंबर 2022 में रायपुर में एक गुप्त बैठक हुई थी, जिसमें नई शराब नीति तैयार की गई। इसमें छत्तीसगढ़ के रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा, आईटीएस अरुण पति त्रिपाठी, बीएसपी कर्मी अरविंद सिंह, और झारखंड के आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल थे।
छत्तीसगढ़-झारखंड घोटालों का कनेक्शन –
JHARKHAND LIQUOR SCAM CG CONNECTION झारखंड का यह घोटाला सीधे तौर पर छत्तीसगढ़ के 2161 करोड़ रुपये के चर्चित शराब घोटाले से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। दोनों राज्यों में एक ही शराब सिंडिकेट के संचालन की बात सामने आ रही है, जो पूरे सिस्टम को नियंत्रित कर रहा था।
जांच के घेरे में ये बड़े नाम –
विनय कुमार चौबे – झारखंड के आईएएस, तत्कालीन आबकारी सचिव
गजेंद्र सिंह – झारखंड के संयुक्त आबकारी आयुक्त
रोहित उरांव – झारखंड के पूर्व वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के पुत्र
अरुण पति त्रिपाठी – छत्तीसगढ़ के तत्कालीन आबकारी सचिव, झारखंड में सलाहकार
JHARKHAND LIQUOR SCAM CG CONNECTION सूत्रों का कहना है कि अगर CBI जांच शुरू होती है, तो इसका असर छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा तक पहुंच सकता है। इस सिंडिकेट में शामिल कई अन्य प्रभावशाली अधिकारी भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।