CGPSC SCAM COURT STATEMENT : फसल खा गई बाड़, CGPSC भर्ती घोटाले पर हाईकोर्ट सख्त, कहा – यह हत्या से भी बड़ा अपराध

CGPSC SCAM COURT STATEMENT : The fence ate the crop, High Court strict on CGPSC recruitment scam, said – this is a bigger crime than murder
रायपुर, 9 अप्रैल 2025। CGPSC SCAM COURT STATEMENT छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाले पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने बेहद कड़ी टिप्पणी करते हुए इसे “हत्या से भी जघन्य अपराध” बताया है। हाईकोर्ट की जस्टिस बीडी गुरु की सिंगल बेंच ने डिप्टी कलेक्टर शशांक गोयल और उनकी पत्नी भूमिका कटियार की जमानत याचिका खारिज करते हुए यह टिप्पणी की।
CGPSC SCAM COURT STATEMENT इस घोटाले को लेकर बीजेपी नेता ननकीराम कंवर ने जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि CGPSC 2020-2022 की भर्ती प्रक्रिया में नेताओं, अधिकारियों और रसूखदारों के रिश्तेदारों को भर्ती में अवैध तरीके से शामिल किया गया। इस मामले की जांच अब CBI कर रही है।
CBI ने अपनी जांच में बताया कि उद्योगपति श्रवण गोयल ने CSR फंड से 45 लाख रुपये एक NGO को दिए थे, जिसके अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी की पत्नी, सचिव उनके भाई, और सदस्य उनके भतीजे थे। इसके बदले परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक किए गए, जिससे शशांक गोयल और भूमिका कटियार परीक्षा में पास हो गए।
CGPSC SCAM COURT STATEMENT हाईकोर्ट ने टिप्पणी की कि “एक हत्या से केवल एक परिवार प्रभावित होता है, लेकिन जब प्रतियोगी परीक्षा में धांधली होती है तो लाखों युवा प्रभावित होते हैं। यह ‘फसल खा जाने वाली बाड़’ जैसी स्थिति है।”
अब तक गिरफ्तार आरोपी –
टामन सिंह सोनवानी – पूर्व CGPSC अध्यक्ष
शशांक गोयल – डिप्टी कलेक्टर
भूमिका कटियार – शशांक की पत्नी
श्रवण गोयल – उद्योगपति
साहिल सोनवानी – टामन सिंह का भतीजा
CGPSC SCAM COURT STATEMENT इस मामले में जांच अभी जारी है और कई अहम खुलासे और गिरफ्तारियां संभावित हैं। युवाओं के करियर से जुड़े इस घोटाले ने छत्तीसगढ़ की भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।