हॉस्टल अधीक्षक बच्चों को भूखा रखने के मामले में सस्पेंड, DEO ने की कार्रवाई
सूरजपुर। आपने खेलकूद के दौरान बच्चों को इनाम पाते तो कई बार देखा होगा.लेकिन क्या कभी आपने खेल में गेंद फट जाने पर सजा की तौर पर बच्चों को भूखा रखने की सजा सुनी है.बेशक नहीं सुनी होगी. लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसा कारनामा हुआ है. जहां मिशनरी स्कूल के बच्चों को फादर ने फुटबॉल फाड़ने के बदले 19 घंटे तक भूखा रखा.मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की और हॉस्टल अधीक्षक की लापरवाही मिलने पर उसे जिला शिक्षाधिकारी ने सस्पेंड कर दिया है. ये पूरा मामला प्रतापपुर के जगरनाथपुर मिशन स्कूल का है.जहां 28 अगस्त के दिन 45 बच्चे ग्रुप बनाकर फुटबॉल खेल रहे थे.इसी दौरान फुटबॉल फट गया.शाम को जब स्कूल के फादर को ये बात पता चली तो उन्होंने बच्चों को फटकार लगाई और सजा के तौर भूखे सोने का आदेश सुना दिया.मासूम बच्चे भी डर के मारे अपने कमरों में जाकर सो गए.29 अगस्त दोपहर को कुछ ग्रामीणों को ये बात पता चली.जिसके बाद बच्चों को केले और बिस्किट बांटे गए. एक शख्स ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. बता दें कि शिक्षा विभाग की जांच में छात्रावास में बड़े पैमाने पर अव्यवस्था उजागर हुई थी. जांच में छात्रावास अधीक्षक ने बच्चों को भोजन नहीं देना स्वीकार किया था. आपको बता दें कि दो कमरों में संचालित छात्रावास में 21 बच्चों को रखने की मंजूरी है. लेकिन छात्रावास में 64 बच्चों को रखा गया है. साथ ही साथ बच्चों के कमरे में कीटनाशक भी मिले थे.जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.