HONG KONG FIRE : 44 killed, 279 missing in Hong Kong fire
नई दिल्ली। हांगकांग के ताई पो क्षेत्र में बुधवार को वांग फुक कोर्ट नामक बड़े रिहायशी कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग ने भयावह रूप ले लिया है। इस हादसे में अब तक 44 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है, जबकि 279 लोगों के लापता होने की खबर है। गुरुवार सुबह तक 8 ब्लॉक्स में से 4 ब्लॉक्स में आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन बाकी ब्लॉक्स में आग बुझाने का काम लगातार जारी है।
कैसे लगी आग?
रॉयटर्स के अनुसार, आग एक ऐसे समय लगी जब इमारतों में मरम्मत कार्य चल रहा था। बाहर लगी बांस की मचान (scaffolding) और खिड़कियों पर लगे पॉलीस्टीरीन बोर्ड आग के तेजी से फैलने की बड़ी वजह माने जा रहे हैं। प्राथमिक जांच के बाद दो कंस्ट्रक्शन कंपनी के डायरेक्टर्स और एक इंजीनियरिंग कंसल्टेंट को गिरफ्तार किया गया है।
राहत व बचाव कार्य
घटनास्थल पर 800 से अधिक फ़ायरफ़ाइटर्स तैनात हैं। धुआं और लपटें इतनी तेज थीं कि ताई पो स्टेशन से बाहर आते ही धुएं की भारी गंध महसूस हो रही थी। तकरीबन 95% लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है और कई इमारतों को खाली कराया गया है। लोगों को पास के कम्युनिटी सेंटर्स और अस्थायी शेल्टर्स में शिफ्ट किया गया है।
स्थिति बेहद गंभीर
अस्पताल में 45 घायलों की हालत नाज़ुक बताई जा रही है
एक बहादुर फ़ायरफ़ाइटर हो वाई-हो की मौत हो चुकी है
30 से अधिक बस रूट्स बदल दिए गए
कई सड़कें बंद
हांगकांग सरकार ने इस घटना को लेवल 5 कैटेगरी की आग बताया है, जो गंभीरता की दूसरी सबसे ऊँची श्रेणी है।
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रभाव
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मृतकों के प्रति शोक जताया है। 7 दिसंबर को होने वाले विधान परिषद चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियों ने अपना कैंपेन स्थगित कर दिया है। ताई पो जिले के कई स्कूल आज बंद रखे गए।
ये आग हांगकांग के घने और छोटे रिहायशी इलाकों की संवेदनशीलता को फिर से उजागर करती है, जहां फ्लैट्स एक-दूसरे के बेहद निकट बने होते हैं और मरम्मत कार्य के दौरान सुरक्षा चूक बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
