HOME MINISTRY BOMB THREAT : गृह मंत्रालय की बिल्डिंग को बम से उड़ाने की मिली धमकी

HOME MINISTRY BOMB THREAT: Threat received to blow up Home Ministry building
नई दिल्ली। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ईमेल पर मिल रही बम की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दिनों स्कूलों, एयरपोर्ट और हॉस्पिटल को बम की धमकी मिलने के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्रालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। एमएचए के एक वरिष्ठ अधिकारी को मेल के जरिये बम की धमकी मिली थी। ईमेल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं और गृह मंत्रालय की बिल्डिंग में तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इतना ही नहीं, यह ईमेल किसने भेजा और कहां से आया, इसकी भी तहकीकात शुरू हो गई है।
दिल्ली फायर ब्रिगेड टीम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम के साथ-साथ डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते की टीम को गृह मंत्रालय में बम होने की जानकारी मिली। नॉर्थ ब्लॉक में तैनात एक अधिकारी ने यह जानकारी दी थी। इसके बाद आनन-फानन में सभी टीमें पहुंची और पूरी बिल्डिंग में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन तलाशी अभियान के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
दिल्ली में इस महीने मिल चुकी कई बम की धमकियां –
दिल्ली में इस महीने में स्कूलों, हॉस्पिटल और एयरपोर्ट को लगातार बम से उड़ाने की धमकियां मिली हैं। इससे पहले इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और राजधानी के आधा दर्जन से ज्यादा सरकारी अस्पतालों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। दिल्ली पुलिस के द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला था। इसके बाद इसको फेक बताया गया।
जिन अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेले मिले उनमें डाबरी में दादा देव अस्पताल , हरि नगर में दीन दयाल उपाध्याय (DDU) अस्पताल, दिलशाद गार्डन में गुरु तेग बहादुर (GTB) अस्पताल, मलका गंज में हिंदू राव अस्पताल और अरुणा आसफ अली सरकारी अस्पताल और राजपुर रोड का हॉस्पिटल शामिल है।
वहीं, महीने की शुरुआत के दिन यानी कि 1 मई को भी दिल्ली-एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 1 मई को कुल 131 स्कूलों को धमकी भरे ईमेल मिले। सभी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूलों से लेने के लिए भागे। दिल्ली पुलिस समेत कई जांच एजेंसियां भी मौके पर पहुंची और सभी स्कूलों में तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, बाद में गृह मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर ईमेल को फर्जी करार दिया।





