देश-विदेश में गूंजते हैं जयंती के गीत – विजय मिश्रा
रायपुर। विश्व रंगमंच दिवस पर छत्तीसगढ़ राज्य शासन की ओर से लोक कला में उत्कृष्ट योगदान के लिए देय सर्वोच्च पुरस्कार दाऊ मंदराजी से विभूषित लोक गायिका जयंती यादव का सम्मान छत्तीस छटा और पेड़ प्रहरी संस्थान के संचालक श्री विजय मिश्रा अमित सहित अन्य सदस्यों ने किया।
जयंती विगत पांच दशक से छत्तीसगढ़ की शीर्ष संस्था चंदैनी गोंदा, सोनहा बिहान, नवा बिहान, दौना पान के अलावा आकाशवाणी के माध्यम से छत्तीसगढ़ी लोक गीतों, पारंपरिक रीति-रिवाजों को पुनर्जीवित प्रतिष्ठित करने में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं। विश्व रंगमंच दिवस पर वरिष्ठ लोक – हिंदी रंगकर्मी श्री विजय मिश्रा सहित कपिल सोनी,अभिजीत शर्मा, गुलाल साहू,राधिका वर्मा,संजय यादव ,घासीदास जोशी आदि ने जयंती जी के गीतों और उनकी कला यात्रा अनुभव- स्मरण को सुना। उन्होंने कला यात्रा में कठोर अभ्यास को ही सफलता का मंत्र कहा। इस अवसर पर विजय मिश्रा ने बताया कि श्रीमति यादव के पचास वर्ष पूर्व गाए अनेक गाने बेहद लोकप्रिय हैं। आज भी आकाशवाणी या अन्य माध्यम से उनके गीतों को सुनना मनभावन होता है।