ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने विपक्ष को दिया जवाब, कहा – मेरे से निपट लो, PM को कहां बुलाओगे’

नई दिल्ली। राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया। अपने संबोधन के दौरान अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव का जिक्र किया, जिसमें पहलगाम हमले के आतंकियों को सेना ने मौत के घाट उतार दिया। अमित शाह के संबोधन के दौरान विपक्ष लगातार पीएम को बुलाने की मांग करता रहा।
विपक्ष के शोर के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री को सुनने का बहुत शौक है क्या? पहले मेरे से निपट लो, पीएम को कहां बुलाओगे। इस पर विपक्ष भड़क गया। तब मल्लिकार्जुन खरगे ने खड़े होकर कहा कि पीएम का यहां नहीं आना संसद का अपमान है। शाह के संबोधन के बीच में ही विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
पीएम के जवाब की मांग करता रहा विपक्ष
विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री से जवाब की लगातार मांग किए जाने के बाद अमित शाह ने सदन को सूचित किया कि प्रधानमंत्री अपने कार्यालय में मौजूद हैं। इस पर राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘विपक्ष की मांग थी कि प्रधानमंत्री सदन में आकर जवाब दें। अगर प्रधानमंत्री संसद परिसर में मौजूद होने के बावजूद सदन में नहीं आते हैं, तो यह सदन का अपमान है।’
अमित शाह ने कहा, ‘पहलगाम में हमारे देश के नागरिकों को धर्म पूछकर और चुन-चुन कर उनके परिवार के सामने मारा गया, मैं उन सभी दिवंगत नागरिकों के परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब पाकिस्तान ने गोलीबारी की, तो इसमें कुछ नागरिक हताहत हुए, उन नागरिकों के परिवारजनों के प्रति भी हम गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं।’
विपक्ष पर जमकर बरसे अमित शाह
ऑपरेशन महादेव के नामकरण पर प्रश्नचिह्न लगा रहे विपक्ष को जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि ‘हर-हर महादेव सिर्फ धर्म का नारा नहीं है। शिवाजी महाराज की सेना का युद्धघोष था हर-हर महादेव। यह प्रतीक है, भारत की संप्रुभता पर हमले का जवाब देने का। आप क्या नाम रखना चाहते हैं? हमारी सेना के कई रेजीमेंट्स का उद्घोष इसी तरह का है। ये भाजपा का रखा हुआ नहीं है। इसे हिंदू-मुस्लिम की दृष्टि से मत देखिए।’
विपक्ष के वॉकआउट पर अमित शाह ने कहा कि ‘मुझे मालूम है कि ये लोग (विपक्ष) क्यों भाग रहे हैं, ये इसलिए भाग रहे हैं क्योंकि इतने सालों तक अपनी वोटबैंक के चक्कर में आतंकवाद को रोकने के लिए इन्होंने कुछ नहीं किया। इसलिए ये लोग ये डिबेट सुन ही नहीं सकते हैं।’ शाह ने ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर सवाल उठाने वालों को भी लताड़ लगाई।