नई दिल्ली। Delhi High Court Bomb Threat राजधानी दिल्ली में स्कूल-कॉलेज के बाद अब हाईकोर्ट को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली है। दिल्ली हाईकोर्ट को ई-मेल के जरिए धमकी दी गई है। इस धमकी भरे पत्र में पाकिस्तान का भी जिक्र है। आइए बताते हैं कि आखिर धमकी भरे पत्र में और क्या-क्या लिखा है?
बता दें कि शुक्रवार को रोजाना की तरह कोर्ट की कार्यवाही चल रही थी। इस बीच सभी बेंच अपने-अपने कार्यों में लगी थीं। इसी दौरान कोर्ट में बम की धमकी की सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। इससे कोर्ट के अंदर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
ई-मेल में क्या-क्या लिखा?
दिल्ली हाईकोर्ट को भेजे गए धमकी भरे ई-मेल में सबसे पहली लाइन में लिखा है कि पवित्र शुक्रवार विस्फोटों के लिए पाकिस्तान-तमिलनाडु की मिलीभगत, जज रूम/कोर्ट परिसर में तीन बम रखे गए हैं। दोपहर 2 बजे तक खाली कर दें।
ई-मेल में आगे और क्या लिखा?
एक स्मार्ट और गतिशील युवा शिया मुस्लिम डॉ. फैसल ने कोयंबटूर में पाकिस्तानी आईएसआई (ISI) सेल के साथ सफलतापूर्वक संपर्क स्थापित कर लिया ताकि पटना में 1998 के विस्फोटों को दोहराया जा सके। मूल बात यह है कि सेक्युलर पार्टियां परिवारवादी राजनीति और भ्रष्टाकार को बढ़ावा देकर भाजपा और आरएसएस से मुकाबला करती हैं। जब उत्तराधिकारियों (राहुल गांधी, उदयनिधि) को सत्ता से रोका जाता है, तो वे आरएसएस के खिलाफ लड़ने में रुचि खो देते हैं। आईईडी डिवाइस के स्थान और निष्क्रिय करने के कोड के लिए सत्यभामा सेंगोट्टायन से संपर्क करें।
इस प्रकार एक नए सेक्युलर नेता का निर्माण करने के लिए उत्तराधिकारी के समीकरण की अड़चनों को दूर किया जाएगा। ताकि झूठे सेक्युलरिस्ट चले जाएं और केवल समर्पित सेक्युलरिस्ट ही पार्टी की सत्ता में आएं। हम डॉ. एझिलन नागनाथन को डीएमके की कमान सौंपने का प्रस्ताव रखते हैं और इस सप्ताह उदयनिधि स्टालिन के पुत्र इनबानिधि उदयनदिहि को तेजाब से जला दिया जाएगा। खुफिया एजेंसियों को इस बात की भनक तक नहीं लगेगी कि यह कोई अंदरूनी साजिश है।
पुलिस के अंदर 2017 से ही इस पवित्र शुक्रवार के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। उदाहरण के तौर पर, आज आपके दिल्ली उच्च न्यायालय में हुआ धमाका पिछले झांसों का संदेह दूर कर देगा। दोपहर की इस्लामी नमाज़ के तुरंत बाद जज चैंबर में धमाका होगा।
