
CRIME NEWS: Murder accused caught after 50 years, AADHAR data became the reason
डेस्क। गुजरात के अहमदनगर से एक शख्स गिरफ्तार हुआ। मंगलवार को सामने आया इस मामले का जिक्र खास इसलिए है, क्योंकि आरोपी वारदात के करीब 50 सालों के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा है। खबर है कि पुलिस को Aadhar डेटाबेस के जरिए यह सफलता मिली है। मामले को विस्तार से समझते हैं।
क्या था मामला –
73 साल के सीताराम भटाने ने 23 साल की उम्र में 70 वर्षीय महिला मणिबेन शुक्ला की 11 सितंबर 1973 को हत्या कर दी थी। आरोपी महिला के ही सैजपुर स्थित सोसाइटी के मकान में अपने दो भाइयों के साथ रहता था। आरोप है कि भटाने चोरी के इरादे से महिला के घर में घुसा था, लेकिन वह अचानक जाग गईं और उसे देखकर चीख पड़ी।
हत्या के तीन दिनों के बाद पड़ोसियों को बदबू के चलते शक हुआ। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बुलाया और घर खोलकर शुक्ला का शव बरामद किया। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गवाहों का कहना था कि आखिरी बार भटाने को ही शुक्ला के घर में जाते हुए देखा गया था। साथ ही उसे घर में ताला लगाते भी देखा गया। पुलिस ने आरोपी की तलाश की, लेकिन वह शहर छोड़कर भाग गया और पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी।
आरोपी की तलाश में पुलिस ने अहमदनगर, महाराष्ट्र दल भेजे, लेकिन वह नहीं मिला और मामले ठंडे बस्ते मं चला गया। केस को दोबारा 14 अगस्त 2013 को खोला गया था।
अब जब सरदार नगर पुलिस स्टेशन पर नए इंस्पेक्टर पीवी गोहिल ने काम संभाला, तो उनकी नजर इस मामले पर गई। एक अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा, ’30 नवंबर के आसपास, मेरी आंखें 1973 के एक मामले पर अटक गई। मैंने अपनी टीम से यह देखने के लिए कहा कि शख्स के पास अहमदनगर में जारी आधार कार्ड है या नहीं।’
उन्होंने बताया कि टीम ने आधार कार्ड की जानकारी निकाली और पाया कि भटाने अहमदनगर जिले पथरड़ी तालुका के रंजनी गांव में रह रहा है। सरदारनगर पुलिस की टीम वहां पहुंची और भटाने से पूछताछ की, जिसने 50 साल पहले शुक्ला की हत्या की बात कबूली।