CRIME NEWS: बिलासपुर। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में मानव तस्करी से जुड़े एक अंतरराज्यीय गिरोह का जीआरपी ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक नाबालिग किशोरी को सुरक्षित मुक्त कराते हुए गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने किशोरी को “बेहतर काम और अच्छी जिंदगी” का लालच देकर ओडिशा से बिलासपुर लाया था।
जांच में सामने आया कि यह गिरोह ओडिशा और मध्यप्रदेश में सक्रिय था और गरीब परिवारों की बेटियों को नौकरी और विवाह का झांसा देकर बेचता था। आरोपियों ने लड़की के माता-पिता को पहले पैसे और शराब का लालच दिया और बाद में उन्हें बेहोश कर किशोरी को स्टेशन ले आए।
गिरफ्तार आरोपी:
निराकार उर्फ डिस्को रोहिदास (40), निवासी सिलेट, जिला बरगढ़ (ओडिशा)
विकास नायक (40), निवासी बाबखेडा, जिला टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश)
किशोरी ने बताया कि उसके “मुंहबोले मामा” निराकार ने उसके माता-पिता से कहा कि विकास उसे काम पर ले जाएगा और बदले में 1 लाख रुपये देगा। उसने मौके पर ही 10 हजार रुपये अग्रिम भी ले लिए।
ट्रेन पकड़ने के दौरान किशोरी डर से रोने लगी, जिससे जीआरपी जवानों को संदेह हुआ। पूछताछ में उसने पूरी बात बता दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और बच्ची को सुरक्षित आश्रय गृह भेज दिया। पूछताछ में यह भी पता चला कि आरोपी कई राज्यों में घूमकर चोरी की घटनाओं में भी शामिल रहे हैं। इस दिशा में अलग जांच शुरू की गई है।
जीआरपी ने आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 137(2), 96, 143, 3(5) एवं पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। कोर्ट ने दोनों को जेल भेजने का आदेश दिया है।
इस कार्रवाई में एएसआई ममता मिश्रा, महिला आरक्षक एमरेनसेरिया डुंगडुंग, जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम शामिल रही।
