रायपुर। मंत्री, सांसद, आईएएस अधिकारी और अन्य रसूखदारों के लंबे समय से लंबित बिजली बिलों को लेकर कांग्रेस ने कड़ा रुख अपनाया है। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने CSEB (छत्तीसगढ़ स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड) के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह से मुलाकात कर करोड़ों रुपए के बकाया बिजली बिलों की वसूली की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल में शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री कुमार शंकर मेनन, पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, ग्रामीण अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे, पूर्व अध्यक्ष गिरीश दुबे, आकाश तिवारी, शिव सिंह ठाकुर, प्रशांत ठेंगड़ी, देव कुमार साहू, उत्तम साहू, संजय सोनी, सुशांत डे, प्रवक्ता बंसी कन्नौज, महामंत्री श्रीनिवास प्रभारी और सत्तू सिंह शामिल रहे।
कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया कि मंत्री, सांसद और आईएएस अधिकारी सरकारी सुविधाओं और भत्तों का पूरा लाभ लेने के बावजूद महीनों से बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं, फिर भी उनके साथ अलग तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है। यह न सिर्फ उनकी साख पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि आम जनता के साथ अन्याय भी है।
पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने आरोप लगाया कि इन रसूखदारों को हर दो महीने में नोटिस जारी होने के बावजूद कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग हजारों करोड़ के घाटे में है, जिसकी भरपाई आम उपभोक्ताओं के बिजली बिल बढ़ाकर और कर्ज लेकर की जा रही है, जिसका ब्याज जनता के पैसे से चुकाया जा रहा है, जो बेहद शर्मनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बड़े बिल्डर और नामचीन लोगों पर 10 लाख रुपए से अधिक के बिजली बिल बकाया हैं, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री कुमार शंकर मेनन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 7 दिन के भीतर रसूखदारों से बकाया बिजली बिल की वसूली नहीं की गई, तो उनके घरों के सामने नगाड़ा बजाकर जनता को बताया जाएगा कि ये सुविधाभोगी लोग न बिजली बिल भरते हैं और न ही टैक्स।
पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा और गिरीश दुबे ने नगर निगम के बोर से जनता को दिए जा रहे पानी पर कॉमर्शियल टैक्स वसूले जाने पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह जनसेवा की श्रेणी में आता है। उन्होंने बताया कि घरेलू उपभोक्ताओं पर ही करीब 2500 करोड़ रुपए का बकाया है, जिसमें कई बड़े बिल्डर और मैरिज पैलेस संचालक शामिल हैं।
प्रवक्ता बंसी कन्नौज ने कहा कि अगले चरण में रसूखदारों के घरों पर उनके बकाया बिजली बिल चस्पा किए जाएंगे, ताकि जनता को उनकी असलियत का पता चल सके।
