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CONGRESS ELECTRICITY PROTEST : बिजली दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस का प्रदेशव्यापी आंदोलन, 15 से 22 जुलाई तक चरणबद्ध प्रदर्शन

CONGRESS ELECTRICITY PROTEST : Congress’s statewide agitation against the hike in electricity rates, phased demonstration from 15 to 22 July

रायपुर, 12 जुलाई 2025। CONGRESS ELECTRICITY PROTEST छत्तीसगढ़ में बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने की घोषणा की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बताया कि पार्टी 15 जुलाई से 22 जुलाई तक राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी।

बैज ने कहा कि 15 से 17 जुलाई तक ब्लॉक स्तर पर बिजली विभाग के जेई और एई दफ्तरों का घेराव किया जाएगा। वहीं 22 जुलाई को जिला स्तर पर विद्युत वितरण कंपनियों के कार्यालयों का घेराव किया जाएगा।

सरकार पर गंभीर आरोप –

CONGRESS ELECTRICITY PROTEST दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक “पॉवर सरप्लस स्टेट” है, इसके बावजूद बिजली दरों में बढ़ोतरी कर जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकारी विभागों पर करोड़ों की बिजली बकाया है, लेकिन वसूली आम उपभोक्ताओं से की जा रही है।

खाद पर भी सरकार को घेरा –

डीएपी और नैनो खाद को लेकर सरकार के विज्ञापन पर भी बैज ने हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक तरफ स्टॉक पर्याप्त होने का प्रचार किया जा रहा है और दूसरी तरफ खाद खरीदी के लिए टेंडर निकाले जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार सभी सहकारी केंद्रों का स्टॉक डाटा सार्वजनिक करे।

लाठी वाले बयान पर पलटवार –

CONGRESS ELECTRICITY PROTEST सांसद बृजमोहन अग्रवाल के “लाठी वाले बयान” पर बैज ने पलटवार करते हुए कहा कि क्या वे विधानसभा को अखाड़ा बनाना चाहते हैं? आरएसएस की लाठी प्रैक्टिस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “क्या भारत-पाक युद्ध चल रहा है?”

दो साल पूरे, संघर्ष का संकल्प –

आज दीपक बैज ने बतौर पीसीसी अध्यक्ष अपने दो साल पूरे किए। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने छह न्याय यात्राएं और 250 किमी से अधिक पदयात्राएं कीं। उन्होंने दावा किया कि डेढ़ साल में सरकार को बेनकाब करने में कांग्रेस सफल रही है।

संचार विभाग का आरोप –

CONGRESS ELECTRICITY PROTEST प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार अब तक 19.31% तक बिजली दरें बढ़ा चुकी है, जबकि जनता पहले से ही महंगाई से कराह रही है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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