Trending Nowशहर एवं राज्य

CONGRES 85TH CONVENTION : आज कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन का अंतिम दिन, राहुल गांधी के संबोधन के बाद होगी मेगा रैली ..

CONGRESS 85TH CONVENTION: Today is the last day of the 85th Congress convention, mega rally will be held after Rahul Gandhi’s address..

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहे कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन का रविवार को आखिरी दिन है। आज सबसे पहले राहुल गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करेंगे। इसके बाद 3 और प्रस्तावों पर चर्चा होगी। दोपहर 2 बजे पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण होगा। इसके बाद ये अधिवेशन समाप्त हो जाएगा। 3 बजे जनसभा का भी आयोजन किया गया है।

आज क्या-क्या होगा, वो जान लीजिए

सुबह 10.30 बजे राहुल गांधी महाधिवेशन को संबोधित करेंगे।

कृषि, किसान कल्याण, युवा रोजगार, शिक्षा तथा सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण जैसे प्रस्ताव पर चर्चा होगी।

2 बजे मल्लिकार्जुन खड़गे का अंतिम भाषण होगा।

3 बजे से रायपुर के जोरा मैदान में पब्लिक रैली होगी, जिसे राहुल, मल्लिकार्जुन खड़गे, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संबोधित करेंगे। इस जनसभा में करीब दो लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद हैं।

पार्टी के महाधिवेशन में देशभर के कांग्रेस नेता शामिल हुए हैं। बैठने के लिए इस तरह से एक बड़ा मुख्य डोम बनाया गया है।

25 फरवरी को क्या हुआ –

अगले दिन शनिवार को सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। सबसे पहले कांग्रेसियों को खड़गे ने ही संबोधित किया था। इसके बाद सोनिया नेताओं से बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ ही मेरी राजनीतिक पारी अब अंतिम पड़ाव पर है। पहली बार पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी संभालने से लेकर अब तक आए उतार-चढ़ाव को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- 1998 में जब मैं पहली बार अध्यक्ष बनी तब से लेकर आज तक यानी पिछले 25 सालों में बहुत कुछ अच्छा और बुरा अनुभव भी रहा।

2004 और 2009 में पार्टी का परफॉर्मेंस हो या फिर मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाने का मेरा निर्णय। यह व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए संतोषजनक रहा। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का मुझे पूरा सहयोग मिला। जिस बात से मुझे सबसे ज्यादा संतुष्टि है, वह ये कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ अब मेरी पारी समाप्त हो सकती है। ये पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। पढ़ें पूरी खबर

पहले दिन 24 फरवरी को क्या हुआ –

24 फरवरी से कांग्रेस का महाधिवेशन नवा रायपुर में शुरू हुआ था। पहले दिन स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई थी। जिसमें ये तय हुआ था कि अभी कांग्रेस वर्किंग कमेटी का चुनाव नहीं होगा साथ ही CWC मेंबर को मनोनीत करने का अधिकार कांग्रेस प्रेसिडेंट को देना चाहिए। इसी दिन शाम को सब्जेक्ट कमेटी की मीटिंग हुई थी। जिसमें स्टीयरिंग कमेटी में लाए गए 6 प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इसके बाद उन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी। इस बैठक में राहुल और सोनिया गांधी शामिल नहीं हो सके थे। दोपहर को ही दोनों रायपुर पहुंचे थे। वे सब्जेक्ट कमेटी की बैठक में शामिल हुए थे।

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में नफरत का माहौल है। सरकार रेल, जेल, तेल सब कुछ अपने मित्रों को बेच रही है। दिल्ली सरकार में बैठे लोगों का DNA गरीब विरोधी है। सोनिया गांधी ने कहा कि, राहुल गांधी ने मुश्किल यात्रा को पूरा किया। देश और कांग्रेस के लिए ये चुनौती का वक्त है। राहुल आखिरी दिन, यानी रविवार को संबोधित करेंगे।

खड़गे और सोनिया के बाद रणीदप सुरजेवाला, रंजीत रंजन, कमलनाथ, अभिषेक मनु सिंघवी, अशोक चव्हाण, हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कन्हैया कुमार समेत तमाम नेताओं ने कांग्रेस नेताओं को संबोधित किया। इस लिंक पर क्लिक कर कांग्रेस नेताओं का संबोधन पढ़ें

पार्टी का संविधान भी बदला.. उनमें ये प्रमुख हैं…

अनूसूचित जाति, आदिवासी, अल्पसंख्यकों और पिछड़ों के लिए AICC डेलीगेट्स और सभी पदों पर 50 फीसदी पद आरक्षित होंगे।

50 फीसदी पदों में 50 साल से कम के लोगों की भागीदारी होगी।

1 जनवरी 2025 से कांग्रेस में अब पेपर मेंबरशिप नहीं होगी, सिर्फ डिजिटल मेंबरशिप होगी।

कांग्रेस के फार्म में थर्ड जेंडर की चर्चा होगी, अब फार्म में मां और पत्नी का नाम भी लिखा जाएगा।

ब्लॉक, जिला और प्रदेश स्तर पर जहां भी कांग्रेस के चुने हुए सदस्य हैं। वे सभी डेलीगेट्स होंगे।

सदस्यतता से सशक्तिकरण की ओर अब 6 पीसीसी डेलिगेट्स मेंबर पर एक AICC मेंबर चुना जाएगा। अभी तक 8 पर चुना जाता था।

AICC मेंबर की संख्या 1240 से बढ़कर 1653 हो जाएगी।

शनिवार को ही महाधिवेशन के सेशन दोपहर तक अटेंड कर राहुल और प्रियंका गांधी आसपास घूमने निकल गए थे। शाम करीब 4 बजे दोनों महासमुंद जिले के सिरपुर पहुंचे। सिरपुर का प्राचीन नाम श्रीपुर माना जाता है। सोमवंशी राजाओं की यह राजधानी थी। उस समय इस क्षेत्र को दक्षिण कोसल के नाम से जाना जाता था। राहुल और प्रियंका ने सिरपुर के प्रसिद्ध लक्ष्मण मंदिर को देखा। यह मंदिर 17 सौ साल से समय की मार झेलने के बावजूद मजबूती से खड़ा है। उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी थे।

Advt_07_002_2024
Advt_07_003_2024
Advt_14june24
july_2024_advt0001
Share This: