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180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ा कोच, अन्तरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हुआ गति परीक्षण, कोटा-सवाई माधोपुर और नागदा-कोटा रेलखंड में हुआ परीक्षण

कोटा : कोटा रेल मंडल में दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर 1 जुलाई से चल रहा रफ्तार परीक्षण पूरा हो गया है। 180 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से एक कोच की ट्रेन को दौड़ाया गया। रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) और कोटा मंडल के तकनीकी कर्मचारियों और अधिकारियों की निगरानी में 1 जुलाई से 9 जुलाई तक नागदा-कोटा-सवाईमाधोपुर रेलखंड में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एलएचबी कोच का अन्तरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप गति परीक्षण के लिए दौड़ाया गया। गति परीक्षणों के दौरान इस एसी टू टायर एलएचबी कोच को 130 किलोमीटर से लेकर लगभग 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ाकर परीक्षण किया गया।

गति परीक्षण शुरू करने से पहले उस परीक्षण की सारी तैयारियां पूरी की गई और इंजीनियरिंग, परिचालन, यांत्रिक, संकेत व दूरसंचार विभागों के समन्वय से गति परीक्षण की योजना बनाई गई। आरडीएसओ टीम के नेतृत्व में कोटा-सवाई माधोपुर और नागदा-कोटा रेलखंड में तकनीकी उपकरणों से सुसज्जित एलएचबी सैकंड एसी कोच और एक इंजन लगाकर गति परीक्षण किया गया।

पहले खाली कोच दौड़ाया

गति परीक्षण के दौरान पहले खाली एसी कोच का गति परीक्षण किया गया। उसके बाद इसमें रेती से भरे बोरों का वजन रखकर गति परीक्षण किया गया। यह गति परीक्षण अन्तरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर चरणबद्ध तरीके से किया गया।

ऐसे बढ़ाई रफ्तार
कोटा मंडल के सीनियर डीसीएम अजयकुमार पाल ने बताया कि पहले चरण में गति परीक्षण 130 किलोमीटर और 140 किलोमीटर प्रति घंटे से किया गया। फिर धीरे-धीरे इस परीक्षण की गति कुछ रेलखंड में अधिकतम लगभग 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई। इस परीक्षण के दौरान रेलवे ट्रेक से लेकर इंजन, कोच, ओवरहैड विद्युत लाइन की व्यवस्थाओं को जांचा परखा गया।

आगे ये योजना

आरडीएसओ की टीम कोटा मंडल में गति परीक्षण करने बाद अब उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल में गति परीक्षण करेगी। इस संबंध में रिपोर्ट शीघ्र ही रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन मुख्यालय लखनऊ में सबमिट की जाएगी और विश्लेषण के बाद निष्कर्ष प्राप्त हो सकेंगे।

पहले भी हो चुका परीक्षण
कोटा मंडल में 180 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन संचालन का परीक्षण हो चुका है। इस मार्ग पर ट्रेनों को निकट भविष्य में 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाया जना प्रस्तावित है।

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