रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें मंगलवार को रायपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद कोर्ट ने 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि नंद कुमार बघेल ने जमानत लेने और वकील रखने से मना कर दिया है। उन पर ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान देने का आरोप है। पिछले महीने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में नंद कुमार बघेल ने कहा था, अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम यह आंदोलन करेंगे। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे, क्योंकि वे विदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए। उसी तरह से ये ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने को तैयार रहें।
इसके बाद वीडियो वायरल हो गया था और ब्राम्हण समाज ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. बताया जा रहा है कि यूपी सरकार की ओर से भी मामला दर्ज करने तथा जेल भेजने की तैयारी शुरू हो गई थी लेकिन अचानक छत्तीसगढ़ सरकार को भनक लग गई और उसने मामला दर्ज करते हुए गेंद अपने पाले में डाल ली.
दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जैसे ही पिता के आपत्तिजनक बयान का पता चला उन्होंने फौरन बयान देते हुए संकेत दे दिया था कि कार्यवाही होगी और कोई भी कानून से बच नही सकता. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ रायपुर के डीडी नगर थाने में केस दर्ज किया गया है। सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत पर ये केस दर्ज किया गया। नंद कुमार पर सामाजिक द्वेष पैदा करने का आरोप है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 505- समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावनाएं पैदा करने और धारा 153 ए के तहत सामाजिक तनाव बढ़ाने वाला बयान देने का आरोप है।
विदित हो कि नंद कुमार बघेल ने 20 साल पहले ‘ब्राह्मण कुमार रावण को मत मार” शीर्षक से एक किताब लिखी थी। उनका कहना था कि किताब मनु स्मृति, वाल्मिकीय रामायण, रामचरितमानस और पेरियार की सच्ची रामायण की नए नजरिए से व्याख्या है। इस किताब के सामने आते ही विवाद शुरू हाे गया था।