छत्तीसगढ़: धान तस्कर हुए सक्रिय, ओड़िसा से धान खरीदकर कर रहे डंप, पूर्व सरपंच ने तस्करी रोकने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
देवभोग। धान खरीदी शुरू होने के लिए अभी महीने भर का समय बचा हुआ हैं। महीनेभर पहले से ही धान तस्करों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी हैं। तस्करों ने ओड़िसा से सम्पर्क कर धान खरीदकर उसे छत्तीसगढ़ के देवभोग ब्लॉक में लाकर डम्प करना भी शुरू कर दिया हैं। तस्कर इस काम के लिए सुबह से अपनी चारपहिया वाहन ओड़िसा दौड़ा रहे हैं, वहीं यह सिलसिला देर रात तक जारी भी रहता हैं।
वहीं अभी से तस्करों की सक्रियता को देखकर जनप्रतिनिधि भी चिंतित हैं। इसी क्रम में नवीन सुकलीभांठा के पूर्व सरपंच दयाराम बीसी ने एसडीएम टिका राम देवांगन को आवेदन कर छत्तीसगढ़ के देवभोग ब्लॉक में हो रहे ओड़िसा के धान तस्करी को रोकने की मांग की हैं। पूर्व सरपंच ने आवेदन में बताया हैं कि ओड़िसा से छत्तीसगढ़ में धान पहुँचने लगा हैं,दयाराम ने आवेदन में जिक्र किया हैं कि टोंगसीपारा नाला के दो जगह पर,दीवानमुड़ा में एक जगह पर और जामगुरियापारा में तीन कच्ची सड़कों से होकर ओड़िसा का धान छत्तीसगढ़ लाया जा रहा हैं। पूर्व सरपंच ने हमारे प्रतिनिधि से चर्चा के दौरान कहा कि अभी से जिस तरह तस्कर दिन और रात भिड़कर धान की तस्करी को अंजाम दे रहे हैं, उससे यह कहना भी गलत नहीं होगा कि तस्कर धान खरीदी से पहले अपने मंसूबों पर कामयाब हो जाएंगे,और आने वाले दिनों में ओड़िसा का धान भी मंडियों में खपा भी देंगे।
इन रास्तों से आ रहा ओड़िसा का धान
यहां बताना लाजमी होगा कि इस समय अमाड़,बरही,केंदुबन्द के रास्तों से होकर ओड़िसा के कदलीमुड़ा, हाथीपखान,खपराढिह, गम्भारिगुड़ा से तस्कर धान लेकर इन तीन गॉवों के रास्ते से धान लेकर पहुँच रहे हैं। हमारे विश्वस्त सूत्रों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि इस समय कोदोबेड़ा,माडागॉव, दीवानमुड़ा, पुरनापानी,ख्वासपारा में धान डम्प होना शुरू हो चुका हैं।
चांदाहांडी ब्लॉक का धान सबसे ज्यादा खपाने की हैं तैयारी
यहां बताना लाज़मी होगा कि तस्कर इस साल भी चांदाहांडी ब्लॉक का धान नदी उस पार के मंडियों में खपाने की तैयारी में हैं। यहां बताना लाजमी होगा कि इस समय तस्कर सबसे ज्यादा सक्रिय कोखसरा से लगे हुए सीमा क्षेत्रों में हैं। यहां तस्कर ओड़िसा के सेमला,कोदोभाठा से ओड़िसा के बेहेरागुड़ा, उसरिपानी से ओड़िसा के पेईकपारा ,बेहेरा,परला, पिपला,आमगुड़ा से धान लाकर उसे तस्कर अपने घरों में डंप कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो तस्कर धान खरीदी शुरू होने के 10 दिन पहले ही अपना तस्करी का कार्य पूरा कर चुपचाप बैठ जाते हैं। वहीं सूत्रों ने यह भी दावा किया हैं कि नदी उस पार के 5 से 6 गॉवों में अभी लगभग हजार किवंतल ओड़िसा का धान डम्प हो चुका हैं।
मामले में एसडीएम टिका राम देवांगन ने बताया कि पूर्व सरपंच ने आवेदन देकर बताया हैं कि धान की तस्करी ओड़िसा से शुरू हो गईं हैं। सरपंच ने आवेदन में पूरी वस्तुस्थिति की जानकारी भी दी हैं। वहीं सरपंच के आवेदन पर संज्ञान लेकर जल्द ही उचित कदम उठाया जाएगा। वहीं धान डम्प होने की सूचना जहाँ भी मिलेगी,तत्काल वहां कार्रवाई किया जाएगा