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CG NEWS : संसार असार है, भौतिक सुखों की चाहत में मानव जीवन व्यर्थ न करें : मुनि विराग

CG NEWS: The world is meaningless, do not waste human life in pursuit of material pleasures: Muni Virag

एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में चातुर्मासिक प्रवचन

रायपुर। संसार असार है। मानव जीवन बहुमूल्य है। भौतिक सुखों की चाहत में हम कर्मों का बंधन कर रहे हैं। अपनी गति बिगाड़ रहे हैं। आत्मा से परमात्मा बनने के लिए इन सभी से मुक्त होकर धर्म के मार्ग पर चलना होगा। यही मोक्ष का मार्ग है।

एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में श्री विनय कुशल मुनिजी महाराज साहब के सानिध्य में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन में विराग मुनि महाराज साहब ने ये बातें कही। उन्होंने कहा, संसार में अनेक तरह की प्रवृत्तियां हैं। जैसे काम करना, धन कमाना आदि। इन सब काम को करते समय हमारी भावना कैसी होती है, ये भी मायने रखता है। द्रव्य क्रिया से भी ज्यादा भाव का महत्व है। उन्होंने कहा कि संसार के सारे शौक शराब की तरह हैं। हम भी संसार की भौतिक सुख-सुविधाओं रूपी शराब के भोगी हो गए हैं। इससे मिलने वाला नशा स्थायी नहीं होगा। शराब के नशे की तरह कभी न कभी खत्म हो जाएगा। नशा ही करना है तो धर्म का करो। आत्मकल्याण का नशा करो। पुण्य का सपोर्ट है, तभी तक अनुकुलता मिल रही है। जिस दिन पाप का उदय होगा, परेशानियों से घिर जाएंगे। स्त्री का राग अच्छे-अच्छों को ले डूबा। जीवन सफल बनाना है तो स्त्री विरागी बनिए। याद रखिए, रावण जैसे महाज्ञानी को भी एक स्त्री की वजह से नरक भोगना पड़ा।

शरीर पर लगा कवर उतर जाने दो, कोई नहीं देखेगा

मुनिश्री ने कहा, जीते जी लोग ऊपरी साज-सजावट पर कितना ज्यादा ध्यान देते हैं। इस शरीर पर लिपटा कवर एक बार उतार दो फिर अंदर का जो दृश्य पेश आएगा, उसे कोई नहीं देखना चाहेगा। ऊपर की चमक-धमक से बेहतर है कि अपने भीतर बसी आत्मा को साफ-सुथरा और सुंदर बनाओ। आत्मकल्याण करो। समय का कोई भरोसा नहीं। एक बार बीमार पड़े और शरीर पराधीन हो गया, फिर कितना भी चाह लीजिए, साधना तो नहीं कर पाएंगे।

घर में ऐसा माहौल बनाइए कि में रामायण हो, महाभारत नहीं

घर में कम से कम इतना माहौल बनाना चाहिए कि परिवार में रामायण हो, महाभारत नहीं। राजा दशरथ के मन में जब वैराग्य जागो तो कैकयी ने उनसे भरत को राजा बनाने की मांग रखी। दशरथ ने सेकंडभर का समय नहीं लिया। न ही कौशल्या, श्रीराम से इस बारे में कुछ पूछा। उन्होंने भी भरत के राज्याभिषेक का विरोध नहीं किया। अपने घर का माहौल भी ऐसा ही बनाइए।

महान सिद्धि तप जारी

आत्मस्पर्शीय चातुर्मास समिति के अध्यक्ष पारस पारख और कोषाध्यक्ष अनिल दुग्गड़ ने बताया कि चातुर्मास में जारी महान सिद्धि तप के अंतर्गत शनिवार को चौथी कड़ी का दूसरा उपवास रहेगा। बड़ी तपस्याओं में मासखमण, अट्ठाई आदि की भी बौछार लगी हुई है। बसंत लोढ़ा और रमेश जैन ने बताया कि दादा गुरुदेव इकतीसा जाप के तहत रात 8.30 से 9.30 बजे तक रायपुर के सुप्रसिद्ध गायक सुरेश भंसाली ने भक्तिमयी भजनों से सबको भाव-विभोर कर दिया।

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