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CG NEWS : मलेरिया से मौतों के मामले में स्वास्थ्य मंत्री के दौरे के बाद बीजापुर विधायक का आरोप, स्मृतक बच्चों के पालक इंतज़ार करते रहे लेकिन मंत्री पीड़ित परिवारों से नहीं मिले

CG NEWS: Bijapur MLA’s allegation after the visit of the Health Minister in the case of deaths due to malaria, the parents of the missing children kept waiting but the minister did not meet the families of the victims.

बीजापुर। मंगलवार को ज़िला मुख्यालय बीजापुर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि पोटाकेबिन में अध्ययनरत दो छात्राओं की मौत दुःखद है। उन्होंने आगे कहा कि तरलागुड़ा और संगमपल्ली पोटाकेबिन में मलेरिया से छात्रों की हुई मौत को रोका जा सकता था। इस घटना से पालकों में डर और भय का माहौल है पालक अपने अपने बच्चों को पोटाकेबिन से वापस घर ले जा रहे है इन सारे चीजों को देखने से ऐसा लगता है कि प्रशासन के निचले स्तर से लेकर बड़े स्तर तक लापरवाही बरती गई है इस मामले में ज़िला प्रशासन पूरी तरह दोषी है।

विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि भाजपा सरकार से न तो सरकार संबल रही है और न ही स्वास्थ्य सेवाएँ संबल रही है। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि भाजपा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बीजापुर तो आतें है लेकिन वे पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं जाते केवल औपचारिकता निभाने बीजापुर आकर वापस चले जातें है ये दुर्भाग्य की बात है।

प्रेस वार्ता में बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार षड्यंत्र पूर्वक बस्तर के आदिवासियों को किसी न किसी तरीक़े से हत्या कराना चाहती है। चाहे निर्दोष ग्रामीणों का फर्जी मुठभेड़ हो, चाहे नक्सली की गोलियो से हत्या हो या फिर चाहे बीमारियों से मौत हो हर तरह से आदिवासियों की ही मौत हो रही है भाजपा सरकार आदिवासियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल है इसलिए कांग्रेस पार्टी की मांग है कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।

वहीं प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जांचदल की संयोजक नीना रावतिया उद्दे ने कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से आदिवासी क्षेत्र में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है पोटाकेबिन में अध्ययन करने वाले छात्रायें मलेरिया से ग्रसित है और भाजपा सरकार में छात्रों का मलेरिया से इलाज नहीं हो पाना दुःख की बात है सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बीजापुर के दौरे पर रहे पीड़ित परिवार के लोग स्वास्थ्य मंत्री से मिलना चाहते थे, लेकिन मंत्री जी बीजापुर में ही औपचारिकता निभाकर चले गये। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए नीना रावतिया उद्दे ने कहा कि छात्रावासों में न नियमित स्वास्थ्य परीक्षण होता है और न ही स्वच्छता का ख़्याल रखा जा रहा है जैसे ही किसी छात्रा का तबियत ज़्यादा ख़राब हो जाती है तो अधीक्षक छात्र का इलाज करवाने के बजाय उसे परिजनों को घर ले जाने को कहा जाता है। नीना रावतिया उद्दे ने आगे कहा कि जिले में अधीक्षक से लेकर बड़े अधिकारी केवल भ्रष्टाचार करने में लगे है।

विदित हो कि तारलागुड़ा और संगमपल्ली पोटाकेबिन में अध्ययनरत छात्रों की मलेरिया से हुये मौत को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने ज़िला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस की महामंत्री श्रीमती नीना रावतिया उद्दे के नेतृत्व में 9 सदस्यीय जांच दल का गठन किया था जिसमें श्रीमती नीना रावतिया उद्दे को जांच दल का संयोजक, एवं श्रीमती सरिता चापा जिला पंचायत सदस्य, श्रीमती पार्वती कश्यप जिला पंचायत सदस्य, श्रीमती संतकुमारी मंडावी जिला पंचायत सदस्य, गीता कमल अध्यक्ष-जिला महिला कांग्रेस, श्रीमती निर्मला सरपल्ली अध्यक्ष-जनपद पंचायत, सुश्री अनिता तेलम अध्यक्ष-जनपद पंचायत, श्रीमती बोधी ताती, अध्यक्ष-जनपद पंचायत, श्रीमती रिंकी कोराम, अध्यक्ष-नगर पंचायत आदि को जांच दल का सदस्य बनाया गया था। जांच समिति के सदस्यों से अविलंब प्रभावित पोटाकेबिनों का दौरा कर पीड़ितों सहित स्थानीय ग्रामवासियों से भेंट / चर्चा कर घटना की वस्तुस्थिति से अवगत होकर अपना प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करने का आग्रह किया गया था। जांच दल ने सोमवार 15 जुलाई को प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था।

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