CG NEWS : नाम के अक्षरों पर शोध करने वाले अमित शाह थोड़ा ज्ञान और बढ़ाएं – राजेंद्र साहू

CG NEWS: Amit Shah, who researches on the letters of the name, increase his knowledge a little more – Rajendra Sahu
रायपुर। दो दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जिन शब्दबाण का प्रयोग कर मुख्यमंत्री को घेरने का प्रयास किया था, उसी शब्दबाण से प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र साहू ने शाह पर करारा पलटवार किया है।
दरअसल, शाह ने दो दिन पहले कहा था कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम में ही पे (PAY ) है। इसका जवाब देते हुए राजेंद्र ने कहा कि अमित शाह जाने अनजाने कभी-कभी आधा-अधूरा सच बोल जाते हैं। छत्तीसगढ़ के बारे में उनका ज्ञान अधूरा होने के कारण शाह पूरा सच नहीं बता पाए।
राजेंद्र ने कहा कि शाह को जानकारी होती तो वे यह भी बताते कि भूपेश बघेल ने लाखों किसानों को धान का मूल्य 25 सौ रुपए (वर्तमान में 2640 रुपए ) प्रति क्विंटल की दर से पे यानी भुगतान किया। किसानों का साढ़े 9 हजार करोड़ रुपए कर्जमाफ किया गया। सिंचाई कर माफ किया, जिसके कारण किसानों को सिचांई कर पे नहीं करना पड़ा।
शाह को यह भी याद नहीं रहा कि भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ के 1 लाख 22 हजार से अधिक युवाओं को हर माह 25 सौ रुपए बेरोजगारी भत्ता पे किया। लगभग 113 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान हो चुका है।
भूपेश बघेल ने गरीब भूमिहीन किसानों को 7 हजार रुपए पे किया। बिजली बिल हाफ योजना से प्रदेश के 43 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 3900 करोड़ रुपए की छूट देकर बड़ी राहत दी है। भूपेश बघेल सरकार ने आदिवासियों को तेंदूपत्ता तोड़ाई सहित वनोपज का समर्थन मूल्य कई गुना ज्यादा दर से पे (भुगतान) किया है।
राजेंद्र ने तंज कसते हुए कहा कि शाह को छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार की सौगातों पर भी अपना ज्ञानवर्धन कर लेना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि भूपेश बघेल ने लाखों गौपालकों, स्वसहायता समूहों से गोबर और वर्मी खाद खरीदकर करोड़ों रुपए का भुगतान किया। भूपेश बघेल की सरकार के कारण ही रीपा के माध्यम से लाखों महिलाओं को रोजगार मिला जिससे उन्हें हर महीने मुनाफे की रकम का भुगतान हो रहा है। स्वसहायता समूहों को अब तक 500 करोड़ रुपए से अधिक मुनाफा हो चुका है।
भूपेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, शहरी स्वच्छता दीदी और सामुदायिक संगठकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी की सौगात दी है। सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों को महंगाई भत्ता बढ़ाकर ज्यादा राशि भुगतान करने की सौगात भी भूपेश सरकार ने दी है। निर्माण श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना अंतर्गत 60 वर्ष पूरी करने वाले और 10 साल तक पंजीकृत रहे श्रमिकों को जीवन पर्यन्त हर महीना 1500 रूपए मासिक पेंशन देने का फैसला भी किया है।
आईटीआई में कार्यरत संविदा प्रशिक्षण अधिकारियों के एकमुश्त संविदा वेतन को 25780 रूपए से बढ़ाकर 32740 रूपए करने और मेहमान प्रवक्ताओं के प्रति माह अधिकतम भुगतान की सीमा को 13 हजार रूपए से बढ़ाकर 15 हजार रूपए किया है। अंशकालीन सफाई कर्मी व मध्यान्ह भोजन से जुड़े रसोईयों के मानदेय में 500 रूपए प्रति माह वृद्धि की घोषणा की। सीएम भूपेश बघेल की सरकार ने इन सभी वर्गों को ज्यादा राशि का भुगतान किया है।
किसानों को 12 हजार करोड़ रुपए की निःशुल्क बिजली, बीपीएल उपभोक्ताओं को 2 हजार 200 करोड़ रुपए की निःशुल्क बिजली देकर बड़ी राहत दी है। भूपेश बघेल सरकार पूरे देश में इकलौती ऐसी सरकार है जिसने चिटफंड कंपनियों के शिकार हुए लगभग 46 हजार निवेशकों को 34 करोड़ रुपए की राशि वापस दिलाई है।
शाह समझ लें कि भूपेश बघेल सरकार ने पौने पांच साल के कार्यकाल में सीधे हितग्राहियों के बैंक खाते में राशि का भुगतान किया है। भूपेश सरकार ने आम लोगों की जेब में पैसा डाला है, पिछली रमन सरकार की तरह अरबों रुपए के घोटाले और कमीशनखोरी का इतिहास नहीं रचा।
छत्तीसगढ़ की जनता ने 15 साल तक रमन सरकार की कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार को अच्छी तरह देखा है।
राजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की हालत इतनी पतली हो चुकी है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम के अक्षरों पर शोध करना पड़ा। बौखलाहट में शाह समेत तमाम भाजपा नेता केवल झूठे आरोप लगा रहे हैं।
जमीनी सच्चाई यही है कि छत्तीसगढ़ के किसान, मजदूर, आदिवासी, महिलाएं, युवा समेत हर वर्ग भूपेश सरकार से खुश है। मोदी, शाह समेत सभी भाजपा नेताओं को समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस के खिलाफ फैलाए जा रहे झूठ से छत्तीसगढ़ में भाजपा की दाल नहीं गलने वाली।