CG LIQUOR SCAM BREAKING : पूर्व मंत्री कवासी लखमा 14 दिन की ED रिमांड पर, बोले- फर्जी मामले में फंसाया जा रहा

CG LIQUOR SCAM BREAKING: Former minister Kawasi Lakhma on 14 days ED remand, said – being implicated in a fake case
रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पूर्व मंत्री कवासी लखमा को 14 दिन की रिमांड पर लेने की अनुमति मिल गई है। आगामी दो हफ्तों तक ED की टीम उनसे घोटाले से जुड़े अहम सवाल पूछेगी। हालांकि, कवासी लखमा के बेटे हरीश लखमा की गिरफ्तारी की अफवाहों को खारिज किया गया है।
कोर्ट में लखमा का बयान –
कोर्ट में पेश होने के दौरान कवासी लखमा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा, “मेरे पास से एक रुपया भी नहीं मिला है, न ही कोई दस्तावेज बरामद हुआ है। यह पूरी तरह से फर्जी मामला है। अमित शाह, नरेंद्र मोदी और पूरी बीजेपी सरकार मुझे परेशान कर रही है। मैं बस्तर की आवाज उठाता रहूंगा।”
ED पूछताछ में अकेले पहुंचे लखमा –
ED ने कवासी लखमा को पूछताछ के लिए उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) के साथ बुलाया था। लेकिन लखमा अकेले ही दफ्तर पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके सीए बाहर हैं, इसलिए नहीं आ सके। लखमा अपने बेटे के साथ ED कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन उनके बेटे हरीश लखमा को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
क्या है शराब घोटाला? –
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में ED ने लगभग 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा के भ्रष्टाचार का खुलासा किया है। FIR के अनुसार, 2019 से 2022 के बीच सरकारी शराब दुकानों से नकली होलोग्राम लगाकर अवैध शराब बेची गई, जिससे शासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ।
IAS और नेताओं की मिलीभगत –
ED की जांच में सामने आया कि तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल में IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर ने अवैध सिंडिकेट बनाकर इस घोटाले को अंजाम दिया।
राजनीतिक बयानबाजी तेज –
कवासी लखमा की गिरफ्तारी और रिमांड को लेकर राज्य में सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस इसे विपक्ष की साजिश करार दे रही है, वहीं बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रही है।
अगले 14 दिन होंगे अहम –
ED अब लखमा से घोटाले से जुड़े बड़े नामों और पैसों की हेरफेर की पूरी जानकारी जुटाने की कोशिश करेगी। यह देखना होगा कि इस रिमांड के दौरान ED को क्या नए सुराग मिलते हैं।