CG KULHADIGHAT ENCOUNTER : जवानों की बहादुरी पर सीएम साय ने दी बधाई, नक्सलवाद खत्म करने का दोहराया संकल्प
CG KULHADIGHAT ENCOUNTER: CM Sai congratulated the soldiers on their bravery, reiterated resolve to end Naxalism
रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र में सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता पर मुख्यमंत्री साय ने बहादुर जवानों को बधाई दी है। मैनपुर थाना क्षेत्र में रविवार रात से चल रही इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 10 से अधिक नक्सलियों को ढेर कर एक बड़ा ऑपरेशन सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
मुख्यमंत्री साय का बयान
मुख्यमंत्री साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए जवानों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा,
“गरियाबंद के मैनपुर थाना अंतर्गत कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र में सुरक्षाबलों की बहादुरी और नक्सलियों के खिलाफ यह बड़ी सफलता सराहनीय है। मैं हमारे वीर जवानों की बहादुरी को सलाम करता हूं।”
गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना अंतर्गत कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ रविवार रात से अब तक जारी मुठभेड़ में 10 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।
मार्च 2026 तक देश-प्रदेश में नक्सलवाद के खात्मे के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं माननीय…
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 21, 2025
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश और प्रदेश में नक्सलवाद को मार्च 2026 तक समाप्त करने का जो संकल्प लिया गया है, उसे पूरा करने की दिशा में सुरक्षाबलों के प्रयास सराहनीय हैं।
नक्सलवाद खत्म करने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने अपनी डबल इंजन सरकार की नीतियों पर जोर देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ निश्चित रूप से मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा। जवानों की यह कामयाबी इस लक्ष्य की ओर बढ़ते मजबूत कदम हैं।
सुरक्षाबलों की सफलता
कुल्हाड़ीघाट मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 10 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है, जिनमें वरिष्ठ नक्सली कैडर भी शामिल हैं। इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने हथियारों और अन्य सामानों का बड़ा जखीरा भी बरामद किया है।
सीएम ने किया जवानों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने जवानों की इस बहादुरी और उनके प्रयासों को सराहा और कहा कि उनकी वीरता और समर्पण के कारण ही छत्तीसगढ़ नक्सलवाद के अंधकार से बाहर आ रहा है। उन्होंने सुरक्षाबलों को हरसंभव सहयोग देने का वादा किया।
कुल्हाड़ीघाट की इस मुठभेड़ को नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है, और प्रदेश सरकार इसे नक्सलमुक्त छत्तीसगढ़ के अभियान का एक महत्वपूर्ण कदम बता रही है।