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CG BREAKING : Kanwariya crushed by truck, painful death, question on security
बेमेतरा। सावन का पवित्र माह चल रहा है। वहीं लोग शिवभक्ति में लीन होकर कांवड़ लेकर जगह-जगह शिव दर्शन को जा रहे हैं। इसी कड़ी में बेमेतरी के उमरिया चौक में कावंड लेकर जा रहे एक कांवरिया की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक कांवर ले कर जा रहे दिलीप वर्मा के साथ उसके अन्य दो दोस्त भी थे। वे कांवर लेकर जा रहे थे, इसी दौरान पीछे से आ रही एक ट्रक ने दिलीप वर्मा को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उक्त हादसे के बाद ट्रक चालक ट्रक को लेकर भाग निकला। हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की। वहीं ट्रक की पतासाजी के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है।
दरअसल, सावन के महीने में सामान्य तौर पर बेमेतरा जिला मुख्यालय सहित आसपास के अंचल से काफी संख्या में कांवरिया नर्मदा धाम ग्राम भेड़नी से जल लेकर भोरमदेव शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए रवाना होते हैं। बीते शनिवार 22 जुलाई को कुछ इसी तरह काफी संख्या में कांवरिया जल लेकर निकले थे। वहीं रात के लगभग 1 बजे के पास मोहभट्ठा निवासी दिलीप वर्मा अपने साथी नरेश यादव एवं बसंत यादव के साथ कांवर लेकर जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से आ रही एक 10 चक्के की ट्रक ने दिलीप वर्मा को अपनी चपेट में ले लिया, जिसके चलते घटनास्थल पर ही दिलीप वर्मा की मृत्यु हो गई। वहीं उनके साथ चल रहे नरेश यादव और बसंत यादव को भी चोट लगी जिन्हें घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय बेमेतरा में भर्ती कराया गया है। फिलहाल इनका उपचार किया जा रहा है।
बता दें कि कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रक की चपेट में आने से यह पहली घटना है। जिसके चलते जैसे ही इस घटना की जानकारी दिलीप वर्मा के परिजनों तथा ग्रामीणों को हुई घर में मातम छा गया। वहीं मृतक दिलीप वर्मा का आज अंतिम संस्कार भी किया गया।
सुरक्षा पर सवाल –
लगातार बढ़ रहे कांवरियों की संख्या के चलते अब उनकी सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। सावन के महीने में जिस तरह से लगातार कांवरियों की संख्या में प्रतिवर्ष इजाफा हो रही है तथा यात्रा बेमेतरा से कवर्धा तक राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर गुजरती है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनियंत्रित गति से वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। खासकर रात के वक्त में वाहनें बेतरतीब ढंग से चलाई जाती है जिसे लेकर अब कांवरियों की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह अवश्य ही लग रहा है। अब सावन के महीने में वाहनों की रफ्तार पर नियंत्रण लगाना आवश्यक भी हो गया है।