CG ASSEMBLY UPDATE : लोफंदी में छह ग्रामीणों की मौत पर सियासत तेज, नेता प्रतिपक्ष बोले- शराब से हुई मौतें, गृह मंत्री ने किया खारिज

CG ASSEMBLY UPDATE: Politics intensifies over the death of six villagers in Lofandi, Leader of Opposition said – deaths due to alcohol, Home Minister rejected
रायपुर। बिलासपुर जिले के ग्राम लोफंदी में छह ग्रामीणों की संदिग्ध मौत का मामला विधानसभा में गूंजा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने यह मुद्दा शून्यकाल में उठाते हुए आरोप लगाया कि इन मौतों की वजह शराब का सेवन है, लेकिन अब तक सरकार ने इस पर स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। उन्होंने स्थगन प्रस्ताव लाकर इस गंभीर विषय पर चर्चा की मांग की और कहा कि घटना के बाद गांव में डर और सन्नाटा पसरा हुआ है।
गृह मंत्री ने आरोपों को किया खारिज, बताया- बीमारी से हुई मौतें
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि लोफंदी में ग्रामीणों की मौत का कारण शराब नहीं है। उन्होंने बताया कि सभी मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया है, और रिपोर्ट के अनुसार मृतकों में से कुंभज लहरे की मौत लो बीपी और अन्य बीमारियों के कारण हुई। वह मानसिक रूप से भी बीमार थे। अब तक की जांच में शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
विशेष जांच दल कर रहा मामले की जांच
गृह मंत्री ने बताया कि इस मामले की गहन जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।
“दूध के पैकेट की तरह बिक रही शराब” – नेता प्रतिपक्ष का आरोप
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि शराब की बिक्री दूध के पैकेट की तरह हो रही है, जिससे ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं।
गृह मंत्री का पलटवार – अवैध शराब पर लगातार कार्रवाई
गृह मंत्री विजय शर्मा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि राज्य में अवैध शराब पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 1 लाख 24 हजार 63 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है।
नशे के कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई, संपत्तियां हो रही अटैच
गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। अवैध नशे के कारोबार में लिप्त लोगों की संपत्तियां अटैच की जा रही हैं और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है।
अब जांच रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
इस मामले में विशेष जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि ग्रामीणों की मौत का असली कारण क्या था। लेकिन फिलहाल, इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है।