छत्तीसगढ़ में तीन तलाक का मामला: तीन बार तलाक कहकर पति ने पत्नी को छोड़ा, न्याय के लिए थानों के चक्कर लगा रही महिला
रायपुर। सरकार ने मुस्लिम समाज में तीन तलाक की प्रथा को भले की संज्ञेय अपराध की श्रेणी में डाल दिया हो, लेकिन कानून का भय अभी भी पुरुषों में नहीं है. इस बात का परिणाम राजधानी के मठ पुरेना स्थित गोकुल नगर की रहने वाली शबाना खान है, जिसके पति मोहम्मद खान ने तीन तलाक कहकर दो दशक पुराना संबंध खत्म कर दिया. महिला न्याय के लिए थानों के चक्कर लगाने के बाद अब पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है.
रायपुर पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने अपने अधिवक्ता साजिद खान के साथ पहुंची शबाना खान ने मीडिया से चर्चा में बताया कि उनके पति ने उसे तीन बार तलाक बोलकर छोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि लगभग 24 वर्ष पूर्व मुस्लिम रीति-रिवाज के साथ उनकी शादी नयापारा, फूल चौक निवासी मोहम्मद खान पिता अहमद खान के साथ हुई थी. लेकिन दो दशक तक चली शादी को तीन तलाक कहकर एक ही झटके में खत्म कर दिया.
उन्होंने बताया कि पत्नी के तौर पर अपने पति की सेवा करने में कोई कमी नहीं की. 2021 में पति का एक्सीडेंट होने के कारण कमर, पैर और पिंडली की हड्डी टूट गई थी, और वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे. लगभग 5 महीने तक वे बेड पर थे, इस दौरान उनका खाने-पीने के साथ लैट्रिन-बाथरूम, समय पर दवाई देने के साथ चेकअप के लिए अस्पताल ले जाने जैसे काम को बखूबी अंजाम दिया. यही नहीं पति ने उससे पैसे की आवश्यकता बताते हुए शादी में उपहार स्वरूप प्राप्त घर से मिले 22 तोला सोना, 40 तोला चांदी बेच दिया. इसके बाद मायके जाकर और रुपया लाने कहा. इस पर मना करने पर मारपीट और गाली-गलौज कर 28 नवंबर 2021 को घर से निकाल दिया, और मकान को भी बेच दिया.
शबाना ने बताया कि कुछ समय बाद उन्हें पता चला कि पति का किसी महिला से चक्कर चल रहा है, और वह उसी के साथ मंडी गेट पंडरी रायपुर में रह रहे हैं. यह सब पता चलने के बाद मैं भाई, जीजा और मामा के साथ उनसे मिलने गई, मुलाकात के दौरान पति भड़ककर गाली-गलौच करते हुए तीन बार तलाक, तलाक, तलाक बोलकर कहा कि अब तू निकल जा मेरे घर से, तू मेरी बीवी नहीं रही, तू मेरे लिए हराम हो गई है, और दोबारा इस घर में आएगी तो तुझे जान से हाथ धोना पड़ेगा.
शबाना ने बताया कि पति के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उन्होंने टिकरापारा थाना और महिला थाना रायपुर में शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद अब पुलिस अधीक्षक के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंची हूं. महिला ने उम्मीद जताई कि पुलिस कार्रवाई करते हुए उन्हें न्याय दिलाएगी.