CABINET ECPANSION : चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट में बड़े बदलाव के संकेत, अचानक राज्यपाल से मिलने पहुंचे सीएम

CABINET ECPANSION: Signs of major changes in the cabinet just before the elections, CM suddenly arrived to meet the governor
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. इसका कारण है मंगलवार को शिवराज कैबिनेट मीटिंग के बाद देर शाम CM शिवराज सिंह चौहान का अचानक राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात करना. लंबे समय से CM शिवराज कैबिनेट में चार मंत्रियों की जगह खाली है, जिसे चुनाव से पहले भरने के कयास लगाए जा रहे हैं.
सीनियर विधायकों पर नजर: माना जा रहा है कि पार्टी के सीनियर विधायकों पर नजर है, जिन्हें जल्द ही कैबिनेट में जगह मिल सकती है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से समय भी मांगा है. चर्चाएं हो रही हैं कि विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड से एक-एक विधायक को शामिल किया जा सकता है. चुनाव से पहले BJP का ये बड़ा दांव साबित हो सकता है.
ये नाम हैं आगे –
कैबिनेट विस्तार में तीन नाम आगे हैं. इनमें राजेंद्र शुक्ला, जालम सिंह पटेल और गौरीशंकर बिसेन का नाम शामिल है. पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला के जरिए पार्टी विंध्य, जालम सिंह पटेल के बुंदेलखंड और गौरीशंकर बिसेन के जरिए महाकौशल को साधने को कोशिश में जुटी है.
OBC वर्ग पर भी नजर –
जालम सिंह पटेल के जरिए BJP न सिर्फ बुंदेलखंड बल्कि OBC वर्ग को भी साधने की कोशिश करेगी. प्रदेश में वैसे ही OBC वर्ग आरक्षण आदि मांगों को लेकर शिवराज सरकार से नाराज चल रहा है. ऐसे में चुनाव से पहले इस वर्ग को साधना पार्टी काफी अहम मान रही है.
वरिष्ठ विधायक को मिला कैबिनेट मंत्री का दर्जा –
हाल ही में BJP के वरिष्ठ विधायक पूर्व मंत्री रामपाल सिंह को सरकार ने राज्य स्तरीय दीनदयाल अंत्योदय कार्य-समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है. इसके जरिए राज्य सरकार ने रामपाल सिंह को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया है.
कितने दिन के लिए पद पर रहेंगे नए मंत्री –
चुनाव से पहले अगर प्रदेश में शिवराज कैबिनेट का विस्तार होता है तो नए मंत्री ज्यादा समय के लिए पद पर नहीं रहेंगे. प्रदेश में CM समेत कुल 35 पद हैं. इनमें से वर्तमान में सीएम के साथ 30 मंत्री हैं, जबकि चार पद खाली हैं. वहीं, नए मंत्रियों को काम करने और पद संभालने के लिए सिर्फ डेढ़ महीने का वक्त मिलेगा.