BUDGET SESSION 2025 : बजट सत्र से पहले पीएम मोदी का संबोधन, विदेशी हस्तक्षेप की कमी और विकास का संकल्प

BUDGET SESSION 2025: PM Modi’s address before the budget session, pledge of lack of foreign interference and development
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र से पहले संसद के बाहर अपने संबोधन में कहा कि 2014 के बाद शायद यह पहला सत्र है जब बजट सत्र से पहले कोई विदेशी हस्तक्षेप (विदेशी चिंगारी) नहीं देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि इससे पहले हर बजट सत्र के पहले विदेशी ताकतों द्वारा आग लगाने की कोशिश की जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
विदेशी हस्तक्षेप का जिक्र –
पीएम मोदी ने कहा, “आपने देखा होगा, शायद 2014 से लेकर अब तक यह पहला संसद सत्र है, जिसके एक-दो दिन पहले कोई ‘विदेशी चिंगारी’ नहीं देखी गई, जिसमें किसी विदेशी ताकत ने आग लगाने की कोशिश नहीं की।” उन्होंने यह भी कहा कि 2014 के बाद हर बजट सत्र से पहले विदेशी ताकतों की ओर से मुद्दे उठाए जाते थे और कांग्रेस जैसे दल इन मुद्दों को हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे।
पूर्व के विवादों का उल्लेख –
पीएम मोदी ने इस अवसर पर विदेशी हस्तक्षेप के मुद्दे को उठाते हुए, जॉर्ज सोरोस, हिंडनबर्ग और पेगासस जैसे विवादों का जिक्र किया।
जॉर्ज सोरोस के एनजीओ से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के रिश्ते पर हुए विवाद का उल्लेख किया।
हिंडनबर्ग द्वारा अडानी समूह के खिलाफ किए गए खुलासे से संसद में हंगामा हुआ था।
पेगासस स्पाइवेयर के इस्तेमाल का मुद्दा भी संसद में गरमाया था।
विकसित भारत का संकल्प –
प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 तक भारत के विकास की दिशा पर जोर देते हुए कहा, “आजादी के 100 साल होने पर हम विकसित भारत के रूप में दुनिया में अपनी पहचान बनाएंगे।” उन्होंने विश्वास जताया कि यह बजट सत्र और बजट देश को इस दिशा में नई ऊर्जा और विश्वास प्रदान करेगा।
सर्वांगीण विकास और मिशन मोड –
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “हम सर्वांगीण विकास की दिशा में मिशन मोड में आगे बढ़ रहे हैं, चाहे वह भौगोलिक, सामाजिक या आर्थिक संदर्भ में हो।” उन्होंने रिफॉर्म, परफ़ॉर्म और ट्रांस्फॉर्म के मंत्र को अपनाने की बात की, जिससे विकास की तेज गति प्राप्त की जा सके।
बजट सत्र के बारे में जानकारी –
यह बजट सत्र दो भागों में आयोजित किया जाएगा :
पहला भाग: 31 जनवरी से 13 फरवरी तक
दूसरा भाग: 10 मार्च से 4 अप्रैल तक
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बजट सत्र को विकसित भारत के लक्ष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।