BREAKING: Trudeau furious over conspiracy to murder Pannu, know the whole matter
अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से बुधवार को भारतीय नागरिक पर लगाए गए गंभीर आरोप के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी भारत को नसीहत दी है. जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि अमेरिका ने जो आरोप लगाए हैं, उन आरोपों की बात हम शुरुआत से ही करते आ रहे हैं. हम पहले से ही कहते आ रहे हैं कि भारत को इस तरह के आरोपों को गंभीरता से लेने की जरूरत है.
दरअसल, अमेरिका के न्याय विभाग ने 52 साल के भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश करने के आरोप लगाए हैं.
हालांकि, अमेरिकी विभाग ने पन्नू का नाम नहीं लिया है, लेकिन इशारा पन्नू की ओर ही है. पिछले सप्ताह ही ब्रिटिश अखबार एफटी ने अपनी एक रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश को विफल किया था. साथ ही अमेरिका ने इस मामले में भारत को कार्रवाई करने के लिए कहा था.
अमेरिका ने भारत पर यह आरोप ऐसे समय में लगाया है जब दो महीना पहले यानी सितंबर में ही कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में बोलते हुए आरोप लगाया था कि जून 2023 में हुए खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ है. कनाडा के इन आरोपों को भारत सरकार ने बेतुका और मोटिवेटेड करार दिया था.
आरोपों को गंभीरता से लेने की जरूरतः ट्रूडो
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को कहा, “अमेरिका का भी आरोप है कि भारत सरकार के एक अधिकारी ने अमेरिकी धरती पर एक खालिस्तानी नेता की हत्या की असफल साजिश रची थी. अमेरिका का यह आरोप कनाडा के इसी तरह के आरोपों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता को दर्शाती है.
कनाडा के ओटावा में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रूडो ने आगे कहा कि अमेरिका से जो खबरें आ रही हैं, वह उसी ओर इंगित है जिसकी हम शुरुआत से ही बात कर रहे हैं. भारत को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है.
अमेरिका ने क्या आरोप लगाया?
अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि 52 साल का एक भारतीय नागरिक जो भारत सरकार का कर्मचारी भी है. उसने उत्तरी भारत में एक अलग सिख राष्ट्र की वकालत करने वाले न्यूयार्क शहर के निवासी की हत्या की साजिश रची थी. विभाग ने पन्नू का नाम नहीं लिया है लेकिन उसका इशारा पन्नू की ओर है क्योंकि गुरवतपंत सिंह पन्नू अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क में ही रहता है. विभाग के मुताबिक, यह नागरिक (निखिल गुप्ता) सुरक्षा प्रबंधन और खुफिया सूचनाओं को देखता था.
निखिल गुप्ता पर यह भी आरोप है कि उसने पन्नू की हत्या के लिए एक लाख डॉलर देने की बात कही थी. इसमें से 15 हजार डॉलर की अडवांस पेमेंट 9 जून 2023 को कर दी गई थी. लेकिन, जिस शख्स को इस काम के लिए हायर किया गया था, वह अमेरिकी एजेंसी का ही खुफिया एजेंट था.
क्या है कनाडा का आरोप?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर में कनाडा की संसद ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारत की संलिप्तता की बात कही थी. उन्होंने कहा था, ‘कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार और कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच की कड़ी के आरोपों की सक्रियता से जांच कर रही हैं. कनाडा की धरती पर कनाडा के नागरिक की हत्या में किसी विदेशी सरकार की संलिप्तता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यह हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है.’