लखीमपुर खीरी : गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अरविंद गिरि की हार्ट अटैक से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात दिल का दौरा पड़ने के बाद लखनऊ जाते समय विधायक अरविन्द गिरि का सीतापुर के सिधौली के पास निधन हो गया. उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. अरविन्द गिरि पांच बार विधायक निर्वाचित हुए थे. दो बार भारतीय जनता पार्टी और तीन बार समाजवादी पार्टी से वे विधायक चुने गए थे.
विधायक अरविंद गिरि के आकस्मिक निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
अरविंद का राजनीतिक सफरनामा
1993 : छात्र जीवन से राजनीति में आए.
1994 : सपा की सदस्यता ग्रहण कर सक्रिय राजनीति की शुरुआत
1995 : रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीतकर गोला पालिकाध्यक्ष बने
1996 : 13वीं विधानसभा में सपा के टिकट पर पहली बार 49 हजार मत पाकर विधायक बने
1998-1999 सदस्य, लोक लेखा समिति
2000 : दोबारा पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष
2002 : सपा के टिकट पर 14वीं विधानसभा के दूसरी बार विधायक बने
2002 : 2003 सदस्य, प्राक्कलन समिति
2005 : सपा शासनकाल में अनुध वधू अनीता गिरि को जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराया
2007 : नगर पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष पद पर पत्नी सुधा गिरि को जिताया
2007 : 58 हजार मत पाकर तीसरी बार पन्द्रहवीं विधान सभा में विधायक बने
2007 : 2009 सदस्य, अधिष्ठाता मण्डल
2008 : सदस्य, प्रतिनिहित विधायन समिति
2007 : 2009 सदस्य, प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की
जांच सम्बन्धी समिति
मार्च, 2022: 18वीं विधानसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुए.