राहुल गांधी की मीटिंग से पहले कांग्रेस ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र; कर दी बड़ी मांग

नई दिल्ली। महाराष्ट्र चुनाव में धांधली के आरोपों पर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के बातचीत के लिए जाने से पहले मशीन पठनीय वोटर लिस्ट और शाम पांच बजे के बाद हुए मतदान की सीसीटीवी फुटेज देने की मांग संबंधी पत्र कांग्रेस ने चुनाव आयोग को भेज दिया है।
राहुल गांधी को बातचीत के लिए आयोग के भेजे गए आमंत्रण के जवाबी पत्र में कांग्रेस ने यह न्यूनतम दो मांग स्वीकार करने की शर्त रखी है। पार्टी ने चुनाव आयोग पर लंबे समय से आनाकानी तथा भटकाने का आरोप लगाते हुए अब सीसीटीवी फुटेज और वोटर लिस्ट एक हफ्ते में देने का आग्रह किया है।
चुनाव आयोग को भेजा गया पत्र
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग को भेजे गए पत्र को गुरुवार को मीडिया से साझा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली की शिकायतों को देखते हुए मतदाता सूची की मशीन-पठनीय डिजिटल प्रति और महाराष्ट्र तथा हरियाणा के मतदान की वीडियो फुटेज एक सप्ताह में उपलब्ध कराएं। कांग्रेस लंबे समय से इसका अनुरोध कर रही है, जिसे पूरा करना चुनाव आयोग के लिए आसान होना चाहिए।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की ओर से लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच पांच महीने के अंतराल में 40 लाख नए वोटर जोड़े जाने पर उठाए गए सवालों को गंभीर बताते हुए कहा कि इससे वोटर लिस्ट की विश्वसनीयता संदेहास्पद है। नेता विपक्ष को आयोग के भेजे निमंत्रण का जवाब कांग्रेस के इंपावर्ड ग्रुप ऑफ लीडर्स एंड एक्सपर्ट (ईगल) की ओर से दिया गया है।
EC पर टालने का लगाया आरोप
चुनावी मामलों का अध्ययन करने के लिए बने पार्टी के इस समूह में कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, अभिषेक मनु सिंघवी, पवन खेड़ा, प्रवीण चक्रवर्ती आदि शामिल हैं। पार्टी ने अपने जवाबी पत्र में साफ कहा है कि राहुल गांधी पिछले सात महीने से लगातार महाराष्ट्र चुनाव की विश्वसीनयता से जुड़ी अहम जानकारियां देने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग इनका उत्तर देने की बजाय भटकाने और टालने का रवैया अपना रहा है।
लेकिन, कांग्रेस का साफ मानना है कि देश के लोकतंत्र और चुनाव की साख बनाए रखने के लिए आयोग को बहाने बनाने की बजाय साफ बताना चाहिए कि वह सीसीटीवी फुटेज तथा वोटर लिस्ट देगा या नहीं। पार्टी ने यह भी कहा है कि वोटर लिस्ट और सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद इसका अध्ययन कर राहुल गांधी चुनाव आयोग से बातचीत करने के लिए आएंगे।