Answer will be solved between Kuldeep and Uday Shadani
रायपुर (नगर प्रतिनिधि)। रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से शदाणी दरबार के गुरू के पुत्र उदय शदाणी के नाम सामने आने के बाद अन्य कई मजबूत दावेदार श्रीचंद सुंदरानी, अमर परवानी सहित अन्य दावेदारों ने भी साकारात्मक रूप अपना लिया है युवा और साफ छवि के उदय आरएसएस विश्व हिन्दु परिषद सहित अनेक संगठनों ने सक्रिय हैं भाजपा भी नए और युवा प्रत्याशी की तालाश कर रही है। सिंधी सामाज का प्रदेश के एक दर्जन विधानसभा क्षेत्र राजनांनदगांव, बिलासपुर, दुर्ग, अभनपुर, रायपुर ग्रामीण, धरसीवां, में अच्छा प्रभाव होने के कारण भाजपा लाभ लेने के लिए नई रणनीति करने में जुटी है शदाणी दरबार का पुरे देश के सिंधी सामाज मेंं अच्छा प्रभाव है लाखों की संख्या में भक्त है।
सिंधी समाज से कई वरिष्ठ लोग उदय शदाणी के समर्थन में हैं। सिंधी समाज के साथ ही युवा वर्ग के बीच भी उनकी मजबूत पकड़ है। जिसके चलते बीजेपी भी जिताऊ चेहरे के रूप में उन्हें टिकट दे सकती है। उत्तर विधानसभा के कई नागरिकों ने प्रभारी ओम माथुर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष साव समेत कई वरिष्ठ नेताओं से टिकट देने की मांग की गई है।
उदय शदाणी के अलावा सिंधी समाज से ही कई नाम बीजेपी के दावेदारों में है। अमर परवानी का नाम भी सामने आया था लेकिन बताया जा रहा है कि वे खुद को टिकट का दावेदार होने से इनकार कर चुके हैं। ऐसे पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी फिर से कतार में है इनके साथ विकल्प के रूप में सिंधी कॉन्सिल के अध्यक्ष ललित जैसिंघ एवम अमित चिमनानी का नाम भी सामने आया है। गुजराती समाज ने भी इस क्षेत्र से टिकिट की मांग की है। देवजी पटेल सहित नए चहरे के नाम पर विचार चल रहे है। भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव भी प्रबल दावे दार माने जा रहे है परन्तु पिछला पार्षद जुनाव भारी मतो से हारने का मुद्दा पार्टी के लोग ही जोरदार तरीके से उठा रहे है। साहू समाज ने भी इस क्षेत्र में दावेदारी की है। सबसे ज्यादा मतदाता अल्पसंख्यक व उत्कल समाज के होने के कारण यह सिट कांग्रेस के लिए आसान मानी जाती है। जिसे गोल बंधी करने के लिए व्यापारी समाज से ही किसी नए को देने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
लेकिन इन सब नामों में सबसे मजबूत नाम सिंधी समाज की तरफ से चर्चा में है, वो शादाणी दरबार के प्रमुख युधिष्ठिर लाल के बेटे उदय शादाणी का है। क्योंकि अगर उन्हें टिकट मिलती है तो समाज का वोट बंटने की भी चिंता कम हो जाएगी। साथ ही वे विश्व हिंदू परिषद से भी जुड़े हुए हैं। जिससे उनकी दावेदारी और मजबूत मानी जा रही है।
कांग्रेस की तरफ से कुलदीप जुनेजा एक बार फिर प्रत्याशी हो सकते है कुलदीप जुनेजा के अलावा पार्षद अजीत कुकरेजा का नाम पार्टी स्तर पर विचार विमस चल रहा है।