CG BREAKING : बच्चों की सेहत से समझौता नहीं, गुणवत्ता जांच को लेकर सरकार ने बनाई समिति

CG BREAKING : No compromise on children’s health, government forms committee for quality testing
रायपुर, 19 मई। CG BREAKING छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं को दी जा रही पोषण सामग्री की गुणवत्ता को लेकर मिल रही लगातार शिकायतों पर राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए विशेष समिति के गठन का आदेश दिया है।
CG BREAKING मंत्री ने महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव शम्मी आबिदी को निर्देश दिया कि मीडिया में आई खबरों और शिकायतों के आधार पर तत्काल जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। मंत्री ने स्पष्ट कहा कि “बच्चों और महिलाओं को दी जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। लापरवाही या अनियमितता पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
राज्य स्तर पर विशेषज्ञों की समिति गठित
मंत्री के निर्देश के बाद विभागीय संचालक पदुम सिंह एल्मा ने रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर और सरगुजा जिलों में वितरित सामग्री की गुणवत्ता जांच के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।
इस समिति में वित्तीय, तकनीकी और पोषण विशेषज्ञ शामिल हैं :
संयुक्त संचालक (वित्त), महिला एवं बाल विकास संचालनालय – अध्यक्ष
सीएसआईडीसी, जीईसी रायपुर, आईआर क्लास सिस्टम्स, और एसजीएस इंडिया के तकनीकी प्रतिनिधि – सदस्य
जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहायक संचालक (आईसीडीएस) – संयोजक
15 दिनों में देनी होगी रिपोर्ट
CG BREAKING समिति को केंद्रों में वितरित सामग्री की भौतिक स्थिति और गुणवत्ता मानकों की जांच का दायित्व सौंपा गया है। जरूरत पड़ने पर संदिग्ध नमूनों को मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में भेजकर वैज्ञानिक परीक्षण भी कराया जाएगा। समिति को 15 दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार की प्राथमिकता – पोषण में गुणवत्ता और सुरक्षा
CG BREAKING महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने दोहराया कि “सरकार की प्राथमिकता है कि हर बच्चे और महिला को सुरक्षित, गुणवत्तायुक्त पोषण सामग्री मिले। इसके लिए किसी भी स्तर की अनदेखी सहन नहीं की जाएगी।”