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नई दिल्ली: देश में बढ़ रही नशाखोरी पर अंकुश लगाने और नारकोटिक्स के बढ़ते मामले पर रोकथाम के लिए केंद्र सरकार सख्त हो गई है.
इसके लिए सोमवार शाम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नार्को कोआर्डिनेशन सेंटर की मीटिंग ली. इस मीटिंग में गृहसचिव, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के डीजी समेत कई उच्च अधिकारी शामिल हुए. नशे के कारोबार और इसके प्रसार पर लगाम लगाने के लिए अमित शाह ने इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए हैं.
इस मीटिंग में तमाम मुद्दों पर विचार करने के बाद फैसला लिया गया कि तमाम राज्य DGP के अधीन डेडीकेटेड एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन करेंगे. राष्ट्रीय स्तर पर NCB के अंतर्गत केंद्रीय NCORD ईकाई गठित की जाएगी.
नारकोटिक्स प्रशिक्षण मॉड्यूल, राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाएगा, जिससे इसमें पुलिस, CAPF कार्मियों, प्रॉसिक्यूटर्स और अलग-अलग सिविल डिपार्टमेंट के लोगों को ट्रेनिंग दी जा सके.
बैठक में ये फैसला भी लिया गया कि दोहरे इस्तेमाल वाले प्रीकर्सर केमिकल्स का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए एक स्थायी इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी गठित की जाएगी. दोहरे उपयोग वाली प्रिस्क्रिप्शन दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्थाई इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी गठित की जाएगी. इसके साथ ही सभी तटीय राज्य और केंद्र प्रशासित प्रदेश विशेष रूप से कोशिश करेंगे.