AMERICA TARIFF ISSUE : अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ चीन, कनाडा और मैक्सिको की जवाबी कार्रवाई, WTO में पहुंचेगा मामला

AMERICA TARIFF ISSUE: China, Canada and Mexico retaliate against American tariffs, matter to reach WTO
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लगाने के फैसले के बाद तीनों देशों ने कड़ा रुख अपनाया है। जहां कनाडा और मैक्सिको ने अमेरिकी वस्तुओं पर जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, वहीं चीन ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शिकायत दर्ज कराने की घोषणा की है।
चीन ने जताई आपत्ति, WTO में दायर करेगा मामला
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिकी टैरिफ का कड़ा विरोध जताते हुए इसे अनुचित करार दिया। मंत्रालय के बयान में कहा गया, “हम चीनी वस्तुओं पर अमेरिका के 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ का कड़ा विरोध करते हैं और इसकी निंदा करते हैं। चीन इस मुद्दे को WTO में ले जाएगा और अपने हितों की सुरक्षा के लिए उचित जवाबी कदम उठाएगा।”
कनाडा ने 155 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर लगाया टैरिफ
अमेरिकी टैरिफ का जवाब देते हुए कनाडा ने भी 155 अरब डॉलर के अमेरिकी आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि वह जल्द ही मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम से चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा, “हम टकराव नहीं चाहते थे, लेकिन कनाडा इसके लिए तैयार है।” ट्रूडो ने इसे मुक्त व्यापार समझौतों का उल्लंघन बताते हुए चेतावनी दी कि इसका असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।
मैक्सिको ने भी उठाए कड़े कदम
अमेरिकी टैरिफ के जवाब में मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम ने भी अपने अर्थव्यवस्था मंत्री को निर्देश दिया कि वे अमेरिका के खिलाफ टैरिफ और अन्य गैर-टैरिफ उपाय लागू करें। उन्होंने कहा, “हम संघर्ष के बजाय सहयोग चाहते हैं, लेकिन अपने देश के हितों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”
बढ़ सकता है वैश्विक व्यापारिक तनाव
विशेषज्ञों का मानना है कि इस टकराव से वैश्विक व्यापार संबंधों पर गहरा असर पड़ सकता है। यदि अमेरिका और अन्य देश इस विवाद को बातचीत से हल नहीं करते, तो यह मामला बड़े आर्थिक संकट का रूप ले सकता है। अब सबकी निगाहें WTO और आगामी व्यापारिक वार्ताओं पर टिकी हैं।