Trending Nowशहर एवं राज्य

डी पुरंदेश्वरी के बयान पर भाजपा ने दी गजब की सफाई…कहा- बोलना चाह रहीं थी “फूंक” निकल गया “थूंक”

रायपुर। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय एवं प्रदेश प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस करके डी पुरंदेश्वरी के बयान पर गजब की सफाई दी है। दोनों नेताओं का कहना है कि दक्षिण भारतीय होने के कारण उनके उच्चारण में थोड़ी गलती हो गई वो “फूंक” मार कर उड़ाने की बात कर रही थी लेकिन उच्चारण में “थूंक” हो गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जैसा साबित करना चाहते हैं वैसा नही है। दक्षिण से होने के कारण उनका आशय अलग था।

एकात्म परिसर में आज मीडिया से बातचीत करते हुए विष्णुदेव साय एवं अजय चंद्राकर ने कहा कि बस्तर में हुए भाजपा के तीन दिवसीय चिंतन शिविर और हमारे तमाम नेताओं की दिखी एकजुटता से कांग्रेस बुरी तरह डरी हुई है। उसे जनता से की गई वादाखिलाफी और अपनी असफलता को छिपाने के लिए कोई शिगूफा नहीं मिल रहा है। ऐसे में कांग्रेस नेता लगातार झूठ बोलकर मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस की पत्रवार्ता में नेताओं के जो बयान आए वह उलटे चोर कोतवाल को डांटे जैसा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नन्द कुमार बघेल घूम-घूम कर जिस तरह नफरत फैला रहे हैं, वैसा उदाहरण कभी अन्य दल में देखने को नहीं मिला है। हाल ही में हमारी प्रभारी श्रीमती पुरंदेश्वरी की तुलना कांग्रेस के एक मंत्री ने दस्यु सुन्दरी से की थी। इससे अधिक बदजुबानी और क्या हो सकती है। कांग्रेस के नेता ने अविभाजित मध्यप्रदेश के भाजपा अध्यक्ष रहे, वरिष्ठ आदिवासी नेता, प्रदेश के प्रथम नेता प्रतिपक्ष रहे नन्द कुमार साय के बारे में कितनी नफरत भरी बातें की है। आखिर कांग्रेस को प्रदेश के आदिवासियों और उनके नेतृत्त्व से इतनी नफरत क्यों है ?

दोनों नेताओं ने सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल या उनके मंत्री मंडल का एक भी सदस्य क्या कभी खाद के लिए परेशान किसानों का दर्द जानने, उनकी पीड़ा समझने उन तक पहुंचा है ? क्या कभी बिजली कटौती से परेशान किसानों की पीड़ा जानने पहुंचा है ? क्या कभी अपने अधिकारियों को इस बात के लिए आदेशित किया या फोन पर चर्चा कर निर्देश दिया कि किसानों की पीड़ा को देखते हुए उनकी फसलों के सीधे नुकसान को देखते हुए बिजली कटौती ना की जाए।

Share This: