TRUMP XI JINPING MEETING : Trump and Jinping will meet at the APEC summit, the heat of the trade war may subside.
वॉशिंगटन। अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चली आ रही ट्रेड टेंशन अब कम होती नजर आ रही है। दोनों देशों के वार्ताकारों के बीच बीते सप्ताह रचनात्मक बातचीत हुई थी और अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की है कि वे गुरुवार को साउथ कोरिया के ग्योंगजू में होने वाले APEC शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे।
ट्रंप ने कहा कि मुलाकात में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनमें रूसी तेल की खरीद, कृषि व्यापार, फेंटानिल निर्यात, टैरिफ और ताइवान-यूक्रेन विवाद जैसे विषय शामिल हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वार्ता से एक व्यापक समझौता (Comprehensive Agreement) निकल सकता है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि हाल में अमेरिका द्वारा रूस की दो बड़ी ऊर्जा कंपनियों रोसनेफ्ट पीजेएससी और लुकोइल पीजेएससी को ब्लैकलिस्ट किए जाने के बाद चीन ने रूसी तेल की खरीद में कटौती की है। उन्होंने कहा कि भारत ने भी रूसी तेल खरीद में कमी की है।
बुधवार को जारी अमेरिकी प्रतिबंधों को यूक्रेन युद्ध के बाद रूस के पेट्रोलियम बिजनेस पर सबसे बड़ा एक्शन माना जा रहा है। व्हाइट हाउस ने विदेशी वित्तीय संस्थानों को चेतावनी दी है कि अगर वे प्रतिबंधित रूसी संस्थाओं से जुड़े रहे, तो उन्हें अमेरिकी वित्तीय सिस्टम से बाहर कर दिया जाएगा।
इस साल ट्रंप और शी जिनपिंग की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात होगी। दोनों देशों के बीच पहले भी कुआलालंपुर में वार्ताकारों की बैठक हुई थी, जिसे वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता ने बेहद रचनात्मक बताया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और चीनी उप-प्रधानमंत्री ही लिफेंग की टीमें आगे भी बातचीत जारी रखेंगी।
यह बैठक न सिर्फ व्यापार संबंधों को पटरी पर लाने की दिशा में अहम मानी जा रही है, बल्कि इससे ग्लोबल मार्केट और सप्लाई चेन पर पड़ रहे तनाव में भी राहत की उम्मीद जताई जा रही है।
