BIHAR ELECTION 2025 : Political battle over women voters in Bihar elections, but they received little share in ticket distribution
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार महिला वोट बैंक को लुभाने की होड़ तेज हो गई है। एनडीए और महागठबंधन दोनों ही गठबंधन महिलाओं को अपने पक्ष में करने के लिए योजनाओं और वादों की झड़ी लगा रहे हैं, लेकिन टिकट बंटवारे में महिलाओं की हिस्सेदारी उम्मीद से काफी कम रही है।
चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना शुरू की, जिसके तहत जीविका दीदियों को 10-10 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। अब तक 1.21 करोड़ महिलाओं के खाते में यह राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। वहीं, आंगनबाड़ी सेविकाओं और रसोइयों का मानदेय भी बढ़ाया गया।
वहीं, तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार की इस योजना का तोड़ निकालते हुए जीविका दीदियों को स्थायी नौकरी और 30 हजार रुपये वेतन देने का वादा किया है।
लेकिन टिकट बंटवारे की बात करें तो राजद ने 24 महिला उम्मीदवारों (16%), कांग्रेस ने 5 (8%), जबकि जेडीयू और बीजेपी ने 13-13 (13%) महिलाओं को मैदान में उतारा है। कुल मिलाकर एनडीए ने 243 सीटों में से 35 पर (14%) और महागठबंधन ने 29 पर महिला प्रत्याशियों को मौका दिया है — जो 33% आरक्षण की नीति से काफी कम है।
पिछले चुनावों के मुकाबले विधानसभा में महिलाओं की मौजूदगी भी घटी है, 2010 में 34, 2015 में 28, और वर्तमान में सिर्फ 23 महिला विधायक हैं।