
CG WEATHER ALERT : Yellow alert issued in 7 districts…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में रविवार को मौसम ने फिर करवट ली है। मौसम विभाग ने राजनांदगांव, महासमुंद, गरियाबंद, धमतरी, कांकेर, नारायणपुर और बीजापुर इन 7 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। यहां बिजली चमकने, बादल गरजने और आंधी चलने की संभावना जताई गई है। बाकी जिलों में मौसम सामान्य रहने का अनुमान है।
धमतरी में पुजारी का रेस्क्यू
धमतरी जिले के जोरातराई गांव में 65 वर्षीय पुजारी बाढ़ में फंस गए। वे पूजा के लिए महानदी पार कर रहे थे, तभी पानी का बहाव बढ़ने से एक टापू पर फंस गए। लगभग 8 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
गरियाबंद में महिला को खाट पर बांधकर नदी पार
गरियाबंद जिले के देवझर अमली गांव में प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती महिला पिंकी नेताम को ग्रामीणों ने खाट पर बांधकर अमाड़ नदी पार कराई। एम्बुलेंस न मिलने पर ग्रामीणों ने खुद जोखिम उठाया और महिला को सुरक्षित देवभोग स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। घटना का वीडियो भी सामने आया है।
बारिश की तीव्रता घटेगी, तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार, आज से पूरे प्रदेश में बारिश की तीव्रता कम होगी। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान: 31.6°C (दुर्ग)
न्यूनतम तापमान: 20.6°C (दुर्ग)
15 अक्टूबर के बाद लौटेगा मानसून
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार मानसून की वापसी 15 अक्टूबर के बाद होगी, यानी सामान्य से करीब 10 दिन देरी से। आमतौर पर छत्तीसगढ़ में मानसून 5 अक्टूबर के आसपास सरगुजा क्षेत्र से लौटना शुरू करता है।
बरसात के आंकड़े : बेमेतरा में सबसे कम, बलरामपुर में सबसे ज्यादा
प्रदेश में अब तक औसत 1167.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
बेमेतरा: 524.5 मिमी (सामान्य से 50% कम)
बलरामपुर: 1520.9 मिमी (सामान्य से 52% ज्यादा)
बस्तर, राजनांदगांव, रायगढ़: सामान्य के आसपास वर्षा दर्ज
(आंकड़े 30 सितंबर 2025 तक के हैं)
जानिए क्यों गिरती है बिजली
बादलों में पानी की बूंदें और बर्फ के कण जब हवा से रगड़ खाते हैं, तो उनमें पॉजिटिव और नेगेटिव चार्ज उत्पन्न होता है। इन चार्ज वाले बादलों के टकराने से बिजली बनती है, जो कभी-कभी धरती तक पहुंच जाती है। पेड़, पानी, धातु और बिजली के खंभे बिजली के कंडक्टर की तरह काम करते हैं – इसलिए इनके पास खड़े होने से बचना चाहिए।
सावधानी जरूरी
तेज गरज-चमक के दौरान खुले मैदान, पेड़ और खंभों से दूर रहें।
मोबाइल या धातु वस्तु का उपयोग न करें।
घर में बिजली के उपकरणों को बंद रखें।
छत्तीसगढ़ में अब मानसून धीरे-धीरे विदा की तैयारी में है, लेकिन गरज-चमक वाली बारिश से फिलहाल राहत नहीं। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।