EC Letter to Rahul Gandhi: राहुल गांधी के आरोपों पर इलेक्शन कमीशन का जवाब, चर्चा के लिए बुलाया

EC Letter to Rahul Gandhi: नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जिस तरह से चुनाव आयोग पर मतदाता सूची सहित अन्य दूसरी चुनावी गड़बड़ियों के गंभीर आरोप लगा रहे है, उसके बाद तो आयोग ने राहुल गांधी के साथ सभी चुनावी मुद्दों पर वन-टू-वन बातचीत करने और उनकी चुनावी शंकाओं को दूर करने का फैसला लिया है। इसके लिए चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को मेल व पत्र के लिए सीधे बातचीत का न्योता भेजा है। साथ ही उन्हें अपनी सुविधानुसार जल्द ही कोई तारीख व समय तय करके आयोग को सूचित करने को कहा है।
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को यह पत्र सात जून को उनकी ओर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गड़बड़ियों को लेकर उनकी ओर से लिखे गए लेख के बाद भेजा है। आयोग की ओर से 12 जून को राहुल गांधी को यह पत्र मेल के साथ उनके आवास पर व्यक्ति भी भेजकर रिसीव कराया गया है। ‘दैनिक जागरण’ ने अपने 10 जून के अंक में ही आयोग की इस तैयारी की जानकारी दी थी।
साथ ही बताया था कि आयोग अब कांग्रेस पार्टी के साथ होने वाली बैठक राहुल गांधी को प्रमुखता से बुलाना चाहता है, ताकि उनकी चुनाव से जुड़ी शंकाओं को दूर किया जा सके। आयोग हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा, बसपा, आप, सीपीआई (एम) व एनपीपी के साथ बैठक कर चुका है। इन बैठकों में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, बसपा सुप्रीमो मायावती, आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल, एनपीपी अध्यक्ष कॉनराग संगमा व सीपीआई (एम) के शीर्ष नेतृत्व ने हिस्सा लिया था।
राहुल गांधी को चर्चा के लिए लिखे गए पत्र में आयोग ने कहा है कि चुनाव आयोग कोई भी चुनाव संसद के पारित कानून और उनके अनुसार बनाए गए नियम-निर्देशों के तहत संचालित होता है। ऐसे में चुनाव में गड़बड़ी की बात पूरी तरह से गलत है। आयोग ने राहुल गांधी को बताया है कि उनकी ओर से महाराष्ट्र चुनाव में गड़बड़ियों के जो आरोप लगाए गए ते, उनके जवाब वह 24 दिसंबर 2024 को लिखित में विस्तार से दे चुका है।
महाराष्ट्र चुनाव की प्रक्रिया से जुड़े थे 28 हजार से कांग्रेस के भी एजेंट
आयोग ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि जिस महाराष्ट्र चुनाव में वे गड़बड़ी के आरोप लगा रहे है, उनमें एक लाख से अधिक बूथ लेवल एजेंट (बीएलओ) के साथ ही राजनीतिक दलों के जुड़े 1.08 लाख बूथ लेवल एजेंट भी शामिल थे। राजनीतिक दलों से जुड़े इन एजेंटों में 28 हजार से अधिक एजेंट अकेले कांग्रेस के थे। इसके साथ चुनाव में 288 मतदाता पंजीयन अधिकारी, 139 सामान्य पर्यवेक्षक, 41 पुलिस पर्यवेक्षक व 71 आय-व्यय पर्यवेक्षक भी शामिल थे।