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ARVIND NETAM DEEPAK BAIJ : नेताम का सवाल – बैज हुए कन्वर्ट ? दीपक बोले – ये RSS की भाषा है

Arvind Netam Deepak Baij : Netam’s question – did Baij convert? Deepak said – this is the language of RSS

रायपुर, 8 जून 2025। Arvind Netam Deepak Baij छत्तीसगढ़ की सियासत में आदिवासी समाज, धर्मांतरण और विचारधारा को लेकर जबरदस्त घमासान छिड़ गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज पर सीधे सवाल खड़ा करते हुए कहा कि, “क्या दीपक बैज कन्वर्ट हो चुके हैं? क्या वे ईसाई धर्म में मतांतरण कर चुके हैं?” नेताम ने कांग्रेस से मांग की है कि वह अपनी धर्मांतरण नीति स्पष्ट करे।

अरविंद नेताम ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की सराहना करते हुए नागपुर स्थित संघ कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि संघ अब ‘वनवासी’ की जगह ‘आदिवासी’ शब्द का प्रयोग करने लगा है, जो सराहनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि संघ और आदिवासी समाज को धर्मांतरण के खिलाफ मिलकर काम करना चाहिए।

बैज और भूपेश बघेल का पलटवार

Arvind Netam Deepak Baij अरविंद नेताम के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, “अरविंद नेताम RSS की भाषा बोल रहे हैं। या तो उन्हें प्रलोभन दिया गया है या किसी प्रकार का भय है।” उन्होंने नेताम को चुनौती दी कि वे जाकर आदिवासी समाज के सामने यही बात दोहराएं।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी नेताम पर कटाक्ष करते हुए कहा, “किसी व्यक्ति की पहचान उसके विचारों से होती है। जिसके विचार न हों, उसका जीवन व्यर्थ होता है। नेताम ने कितनी पार्टियां और विचारधाराएं बदली हैं, यह सबको पता है।”

भाजपा का समर्थन और सरकार से मुलाकात

Arvind Netam Deepak Baij वहीं अरविंद नेताम मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी मिले। मुख्यमंत्री साय ने ट्वीट कर कहा, “अरविंद नेताम को संघ मुख्यालय के प्रतिष्ठित आयोजन में शामिल होने का अवसर मिला, यह पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है।”

भाजपा मंत्री केदार कश्यप का आरोप

कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, “दीपक बैज ने अपने पांच साल बस्तर में चर्च खुलवाने में लगा दिए। कांग्रेस धर्मांतरण करने वालों के साथ खड़ी रहती है।”

Arvind Netam Deepak Baij आरएसएस, कांग्रेस, और भाजपा के बीच जारी यह बयानबाजी छत्तीसगढ़ में आदिवासी राजनीति, धर्मांतरण और वैचारिक ध्रुवीकरण को नई दिशा दे रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और अधिक सियासी रंग ले सकता है।

 

 

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