SUKMA TENDUPATTA SCAM : पूर्व विधायक मनीष कुंजाम समेत कई के ठिकानों पर छापा, 26.63 लाख नकद बरामद, ACB-EOW की बड़ी कार्रवाई

SUKMA TENDUPATTA SCAM : Raid on the hideouts of many including former MLA Manish Kunjam, 26.63 lakh cash recovered, major action by ACB-EOW
रायपुर/सुकमा, 10 अप्रैल 2025। SUKMA TENDUPATTA SCAM छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बहुचर्चित तेंदूपत्ता बोनस घोटाले की जांच के तहत एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की संयुक्त टीम ने गुरुवार को 12 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई सीपीआई नेता और पूर्व विधायक मनीष कुंजाम, डीएफओ कार्यालय के कर्मचारी, और प्राथमिक लघुवनोपज समिति के प्रबंधकों के आवास व कार्यालयों पर की गई।
SUKMA TENDUPATTA SCAM जांच एजेंसियों को इस दौरान बड़ी मात्रा में दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बैंक खातों की जानकारी और निवेश से जुड़े प्रमाण मिले हैं। डीएफओ कार्यालय के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक के घर से 26 लाख 63 हजार 700 रुपये नकद बरामद हुए हैं, जो इस घोटाले में बड़ी भूमिका का संकेत देता है।
7 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा
SUKMA TENDUPATTA SCAM ईओडब्ल्यू की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, साल 2021 और 2022 के तेंदूपत्ता सीजन में संग्राहकों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 7 करोड़ रुपये बांटे जाने थे। लेकिन इस राशि का वितरण न कर अधिकारियों और समिति प्रबंधकों ने आपस में मिलकर बंदरबांट कर ली। डीएफओ अशोक कुमार पटेल पर इस घोटाले की साजिश रचने और पद का दुरुपयोग करने का आरोप है।
एफआईआर दर्ज, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का मामला
SUKMA TENDUPATTA SCAM एसीबी और ईओडब्ल्यू ने अशोक कुमार पटेल सहित अन्य संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक षड़यंत्र (IPC 120B) और धोखाधड़ी (IPC 420) समेत भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
क्या बोले अधिकारी?
जांच अधिकारी के अनुसार, “हमें इस घोटाले से जुड़े और भी कई अहम सुराग मिले हैं। बरामद नकदी और दस्तावेजों की जांच की जा रही है। आने वाले दिनों में और भी लोगों से पूछताछ की जाएगी।”
SUKMA TENDUPATTA SCAM इस घोटाले ने राज्य की लघुवनोपज प्रणाली की पारदर्शिता और ग्रामीण आदिवासी संग्राहकों के हितों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।