RBI REPO RATE CUT : EMI में बड़ी राहत! RBI ने रेपो रेट घटाया, सस्ते होंगे लोन

RBI REPO RATE CUT : Big relief in EMI! RBI reduced repo rate, loans will become cheaper
नई दिल्ली। RBI REPO RATE CUT भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की 54वीं बैठक के नतीजों का ऐलान हो गया है और यह वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) की पहली बैठक रही। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने ऐलान किया कि केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट यानी 0.25 फीसदी की कटौती की है। इसके साथ ही अब रेपो रेट घटकर 6 प्रतिशत पर आ गया है।
RBI REPO RATE CUT गवर्नर ने कहा कि वैश्विक आर्थिक तनाव और ट्रेड वॉर जैसी चुनौतियों के बीच यह फैसला लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कटौती के साथ ही एमएसएफ रेट 6.5% से घटाकर 6.25% और एसडीएफ रेट 6% से घटाकर 5.75% कर दिया गया है। साथ ही मौद्रिक नीति का रुख “Neutral” से बदलकर “Accommodative” कर दिया गया है।
RBI REPO RATE CUT इस साल की यह लगातार दूसरी राहत है। इससे पहले फरवरी 2025 में हुई MPC बैठक में भी रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की गई थी, जिससे वह 6.25 फीसदी पर आ गया था। फरवरी से पहले आखिरी बार रेपो रेट में कटौती मई 2020 में की गई थी।
क्या होगा असर?
RBI REPO RATE CUT रेपो रेट में कटौती का सीधा असर बैंक लोन लेने वालों पर पड़ता है। इस फैसले से अब लोन सस्ते हो जाएंगे और EMI पर बोझ घटेगा। इससे रियल एस्टेट, ऑटो और कंज्यूमर फाइनेंस जैसे क्षेत्रों को भी फायदा मिलेगा।
GDP और महंगाई पर अनुमान
RBI REPO RATE CUT गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि भारत की GDP ग्रोथ इस वर्ष 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि महंगाई दर 4 फीसदी के दायरे में बनी रह सकती है।
पहले से थे संकेत
बाजार में पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि RBI मौद्रिक नीति में नरमी का संकेत दे सकता है। Bank of America (BOFA) की रिपोर्ट में कहा गया था कि केंद्रीय बैंक इस बार भी रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है।
रेपो रेट क्या होता है?
RBI REPO RATE CUT रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को जरूरत पड़ने पर अल्पकालिक कर्ज देता है। इसमें कटौती से बैंकों की उधारी सस्ती होती है और वे ग्राहकों को भी कम ब्याज दर पर लोन दे सकते हैं।