RAHUL GANDHI IN PARLIAMENT : मतदाता सूची में गड़बड़ी पर बवाल: राहुल गांधी बोले – ‘पूरे देश में उठ रहे हैं सवाल!’

RAHUL GANDHI IN PARLIAMENT : Uproar over irregularities in voter list: Rahul Gandhi said – ‘Questions are being raised all over the country!’
नई दिल्ली। RAHUL GANDHI IN PARLIAMENT लोकसभा में सोमवार को मतदाता सूची में खामियों का मुद्दा गरमा गया। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस विषय पर चर्चा की मांग की, जिस पर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। राहुल गांधी ने शून्यकाल के दौरान कहा कि “पूरे देश में वोटर लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं, और पूरा विपक्ष इस पर चर्चा चाहता है।”
राहुल गांधी का आरोप: ‘वोटर लिस्ट पर उठ रहे सवाल’
RAHUL GANDHI IN PARLIAMENT राहुल गांधी ने कहा, “हम यह स्वीकार करते हैं कि सरकार मतदाता सूची नहीं बनाती, लेकिन इसके बावजूद पूरे देश में इसकी खामियों पर चर्चा की जरूरत है। महाराष्ट्र समेत हर राज्य में विपक्ष ने एक स्वर में सवाल उठाए हैं।”
कपिल सिब्बल का तंज: ‘चुनाव आयोग सरकार का मोहरा’
RAHUL GANDHI IN PARLIAMENT राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग सरकार के हाथ में है। अगर यही व्यवस्था चलती रही तो यह लोकतंत्र नहीं, बल्कि एक दिखावा बन जाएगा। कई सालों से हमें शक है कि जमीन पर क्या हो रहा है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है।”
टीएमसी ने भी उठाए सवाल, ‘ईपीआईसी संख्या में गड़बड़ी’
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता सौगत रॉय ने मतदाता सूची में खामियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद, बर्दवान और हरियाणा में एक ही ईपीआईसी (चुनावी फोटो पहचान पत्र) संख्या वाले मतदाताओं की मौजूदगी पर सवाल उठाए हैं।
सौगत रॉय ने कहा, “महाराष्ट्र, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और असम में मतदाता सूचियों में गंभीर खामियां पाई गई हैं। पूरी मतदाता सूचियों में व्यापक संशोधन होना चाहिए। चुनाव आयोग को देश को जवाब देना चाहिए कि आखिर इन सूचियों में गलतियां क्यों हुईं।”
विपक्षी दलों की एकजुटता
RAHUL GANDHI IN PARLIAMENTइस मुद्दे पर कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी और अन्य विपक्षी दल एकजुट नजर आए। टीएमसी का एक प्रतिनिधिमंडल नवनियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने की तैयारी कर रहा है, ताकि मतदाता सूचियों में सुधार की मांग उठाई जा सके।
सरकार का रुख स्पष्ट नहीं
सरकार की ओर से इस मुद्दे पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन लोकसभा में भाजपा सांसदों ने विपक्ष के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया।
विपक्षी दलों का आक्रामक रुख और मतदाता सूची की खामियों पर उठे सवालों से साफ है कि आने वाले सत्रों में यह मुद्दा और गर्मा सकता है।