RAHUL GANDHI: While talking about Modi government, Rahul Gandhi also wrapped up UPA.
नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देश में बढ़ती बेरोजगारी और आर्थिक समस्याओं पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “हम सालों से राष्ट्रपतियों के एक जैसे भाषण सुनते आ रहे हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने अब तक समस्याओं का समाधान नहीं निकाला। यह एक तरह की लॉन्ड्री है, जहां हर सरकार वही पुराने मुद्दे और समाधान पेश करती है।”
राहुल गांधी ने कांग्रेस के नेतृत्व में चली यूपीए सरकार का भी जिक्र करते हुए रोजगार देने के मामले में नाकामी का आरोप लगाया। साथ ही, पीएम मोदी की मेक इन इंडिया योजना को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मेक इन इंडिया एक अच्छा आइडिया था, लेकिन आंकड़े कुछ और ही कहानी बताते हैं। 2014 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की जीडीपी में हिस्सेदारी 15 फीसदी थी, जो अब घटकर 12 फीसदी हो गई है।”
राहुल गांधी ने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक प्रगति के लिए प्रोडक्शन और सर्विसेज का विकास जरूरी होता है, और भारत में यह कमी है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में अधिकांश चीजें असेंबल हो रही हैं, लेकिन प्रोडक्शन नहीं हो रहा है। उन्होंने सलाह दी कि प्रोडक्शन पर ध्यान केंद्रित किया जाए, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
इसके साथ ही, राहुल गांधी ने यह भी बताया कि चीन से मुकाबला करने के लिए भारत को इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स, बैटरी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स जैसे क्षेत्रों पर फोकस करना होगा। उन्होंने कहा, “चीन हमसे कम से कम 10 साल आगे है, लेकिन अगर हम बच्चों को इन तकनीकों के बारे में पढ़ाएं, तो हम जल्दी ही इस मामले में आगे निकल सकते हैं।”