संसद भवन में रेलमंत्री द्वारा ताली बजवाना रेल दुर्घटना में निधन हुए लोगों और उनके परिवार का अपमान करना है – विकास उपाध्याय
रायपुर (छत्तीसगढ़)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव, लोकसभा प्रत्याशी व पूर्व विधायक विकास उपाध्याय कहा कि संसद भवन में रेलमंत्री द्वारा ताली बजवाना रेल दुर्घटना में निधन हुए लोगों का एवं उनके परिवार का अपमान करना है, मुझे तो लगता है कि रेलमंत्री सहित भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक संसद सदस्यों का जिन्होंने संसद भवन में ताली बजाया उनकी आँखों का पानी सुख गया लगता है। विकास उपाध्याय ने कहा कि सरकारी आँकड़ों के अनुसार पिछले 10 साल में 1117 रेल दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें जान-माल का नुकसान हुआ है। मतलब हर महीने 11 हादसे। कौन जवाबदेह है? पहले रेल हादसे की नैतिक जिम्मेदारी ली जाती थी, लेकिन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को रील बनाने से फुर्सत नहीं है और सवाल का जवाब देने की बजाय उल्टा चोर कोतवाल को डांटे कहावत को दर्शा रहे हैं। रेलमंत्री जी द्वारा रेल हादसों को छोटी घटना कहा जाता है।
उपाध्याय ने बताया कि पिछले 10 सालों से लगातार ट्रेन दुर्घटनाएँ हो रही हैं, चाहे कानपुर ट्रेन हादसाः 20 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में इंदौर-पटना एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। जब गाड़ी पटरी से उतरी तब काफी तेज गति में थी और इस हादसे में लगभग 150 लोगों की मौत हो गई। कुनेरू ट्रेन हादसाः 21 जनवरी 2017 को जगदलपुर- भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के कुनेरू स्टेशन के पास पटरी से उतर गई। इस हादसे में लगभग 41 लोगों की मौत हो गई थी। कथौली ट्रेन हादसाः 19 अगस्त 2017 को कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश में कथौली के पास पटरी से उतर गई। इस हादसे में लगभग 23 लोगों की मौत हुई थी। यह हादसा ट्रैक में खराबी आने के कारण हुआ था। ट्रैक का रखरखाव ठीक से नहीं किया गया था। महाराष्ट्र ट्रेन हादसाः 16 अक्टूबर 2020 को महाराष्ट्र के करमाड के पास हैदराबाद-मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस एक्सप्रेस और हजूर साहिब नानदेड़-मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस राजधानी स्पेशल के बीच टक्कर हो गई थी। इस हादसे में लगभग 16 लोगों की मौत हुई थी। अलीपुरद्वार ट्रेन हादसाः 13 जनवरी 2022 को बिकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। यह हादसा पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में हुआ था। इसमें लगभग 9 लोगों की मौत हो गई थी और 36 लोग घायल हुए थे। बालासोर ट्रेन हादसाः 2 जून 2023 को ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें तीन ट्रेनों के डिब्बे आपस में टकराए थे और लगभग 296 लोगों की मौत हुई थी। 1,200 से अधिक लोग घायल हुए थे।
यहां कोरोमंडल एक्सप्रेस को पहले अप मेन लाइन पर जाना था, लेकिन गलती से इसे बगल की अप लूप लाइन पर स्विच कर दिया गया। इससे वह पहले से खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई और इसके 21 डिब्बे पटरी से उतर गए। इनमें से तीन डिब्बे बगल की पटरी पर जा गिरे और उसी समय स्टेशन पार कर रही 12864 एसएमवीटी बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से से टकरा गए। बक्सर ट्रेन हादसाः 11 अक्टूबर को बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर स्टेशन के पास दिल्ली से कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में लगभग 4 लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। विजयनगरम ट्रेन हादसाः 29 अक्टूबर को विशाखा से पलासा जा रही एक विशेष यात्री ट्रेन सिग्नल की कमी के कारण कोथावलसा मंडल के अलमंदा-कंटाकापल्ली में पटरियों पर रुक गई थी। उसी समय उसके पीछे आ रही विशाखा-रायगड़ा ट्रेन, पैसेंजर ट्रेन से टकरा गई। इस हादसे में लगभग 8 लोगों की मौत हुई थी। मदुरै ट्रेन हादसाः 26 अगस्त 2023 को लखनऊ से रामेश्वरम जा रही ट्रेन में तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास आग लग गई थी। इस हादसे में लगभग 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी। रेलवे की तरफ से बताया गया था कि जिस डिब्बे में आग लगी थी, वह निजी डिब्बा था, जिसे अलग से ट्रेन में जोड़ा गया था और डिब्बे में गैस सिलेंडर होने के कारण आग लगी थी। जलपाईगुड़ी ट्रेन हादसाः 17 जून को हुए इस हादसे में पहले से खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस में पीछे से आकर मालगाड़ी टकरा गई। इस हादसे में लगभग 8 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
विकास उपाध्याय ने कहा कि इतनी घटनाएँ होने के बाद भी रेलमंत्री द्वारा संसद भवन में ताली बजवाना बेहद शर्मनाक है। नैतिकता के आधार पर मंत्री जी को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी और मोदी जी में थोड़ी भी नैतिकता है तो वैष्णव जी को मंत्री पद से हटा देना चाहिए, उनकी इस कृत्य के लिए।