RAID BREAKING: ED raids Rural Development Department, files are being searched..
ED ने झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग में मारी रेड, खंगाल रही है मंत्री की फाइलें प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत बुधवार को रांची में झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के परिसरों पर छापा मारा, जिसमें उसने हाल ही में भारी नकदी जब्त की थी. यह छापेमारी झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम से पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर की जा रही है.
ईडी की टीम झारखंड के मंत्री के ओएसडी संजीव लाल को लेकर झारखंड में स्थित प्रोजेक्ट भवन पहुंचीं और ईडी के अधिकारी ग्रामीण विकास विभाग के दफ्तर में फाइलें खंगाल रहे हैं. ईडी की छापेमारी के दौरान 35 करोड़ से ज्यादा नगद रुपए बरामद हुए थे. 6 दिनों की रिमांड पर लेकर मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल और उनके घरेलू नौकर जहांगीर आलम से ईडी की टीम पूछताछ कर रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी की टीम ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल को लेकर प्रोजेक्ट भवन स्थित ग्रामीण विकास के दफ्तर पहुंची है और दफ्तर के कागजात की जांच कर रही है.
बता दें कि 2 दिन पूर्व ही झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के आवास से 32 करोड़ से ज्यादा नगद रुपए बरामद हुए थे, जबकि पूरी छापेमारी में 35 करोड़ से ज्यादा नगद रुपए बरामद हुए थे.
ईडी ने मंत्री के ओएसडी संजीव लाल और उनके घरेलू नौकर जहांगीर आलम को कोर्ट में प्रस्तुत कर 6 दिनों की रिमांड पर पूछताछ की ले लिया है. आज रिमांड का पहला दिन है. पहले ही दिन पूछताछ के दौरान ही मंत्री के ओएसडी संजीव कुमार लाल को ईडी की टीम अपने साथ लेकर प्रोजेक्ट भवन स्थित ग्रामीण विकास विभाग के दफ्तर पहुंची है.
ग्रामीण विकास विभाग पर ईडी की रेड –
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत बुधवार को रांची में झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के परिसरों पर छापा मारा, जिसमें उसने हाल ही में भारी नकदी जब्त की थी. यह छापेमारी झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम से पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर की जा रही है.
दोनों को केंद्रीय एजेंसी ने सोमवार को गिरफ्तार किया था. इसने 6 मई को की गई तलाशी के दौरान जहांगीर आलम के परिसर से कुछ अन्य नकदी के अलावा 30 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त करने का दावा किया है. कुछ प्रभावशाली लोगों की ओर से, ईडी ने मंगलवार को यहां एक अदालत के समक्ष दावा किया था कि ग्रामीण विकास विभाग के “ऊपर से नीचे” तक के सरकारी अधिकारी कथित अवैध नकद भुगतान सांठगांठ में शामिल हैं.
कई अधिकारी और नेताओं के नाम आए हैं सामने –
ईडी ने दावा किया कि मामले में “वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनेताओं” के नाम सामने आए हैं और इसकी जांच की जा रही है. सितंबर, 2020 का मनी लॉन्ड्रिंग मामला झारखंड पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (जमशेदपुर) के मामले और राज्य ग्रामीण कार्यों के पूर्व मुख्य अभियंता के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा मार्च 2023 में दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है.