Chaitra Navratri Day 3: नवरात्रि के तीसरे दिन होती है मां चंद्रघंटा की पूजा, जानिए पूजाविधि और मुहूर्त
Chaitra Navratri Day 3: आज 11 अप्रैल गुरुवार को चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है. नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, मां चंद्रघंटा की विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने से साधक को जीवन में आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है। मां चंद्रघंटा की आरती करने से सभी मनोकामनाएं को पूर्ण होती हैं और पूजा सफल होती है, तो आइए मां की आरती और स्तोत्र पढ़ते हैं। मां चंद्रघंटा 10 भुजाओं वाली तीसरी नवदुर्गा देवी हैं. उनका वाहन सिंह है. वे अपने माथे पर घंटे के आकार का चंद्रमा धारण करती हैं, इस वजह से उनको मां चंद्रघंटा कहते हैं. उनके शस्त्रों में धनुष, बाण, तलवार, चक्र, गदा आदि शामिल हैं.
मां चंद्रघंटा की पूजा का मुहूर्त
आज के दिन सुबह से ही रवि योग बना हुआ है, इस वजह से आप सुबह में 06:00 बजे के बाद कभी भी पूजा कर सकते हैं. आज का शुभ-उत्तम मुहूर्त 06:00 एएम से 07:35 एएम तक है.
मां चंद्रघंटा का पूजा मंत्र
1. ओम देवी चन्द्रघण्टायै नमः
2. ऐं श्रीं शक्तयै नमः
मां चंद्रघंटा का प्रिय भोग
मां चंद्रघंटा की पूजा करते समय आप उनको दूध से बनी सफेद मिठाई या फिर खीर का भोग लगा सकते हैं.
मां चंद्रघंटा की पूजा विधि
आज सुबह स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहन लें. उसके बाद मां चंद्रघंटा की पूजा प्रारंभ करें. उनको फूल, फल, अक्षत्, सिंदूर, कुमकुम, धूप, दीप, खीर, दूध से बनी मिठाई चढ़ाएं. पूजा के समय मां चंद्रघंटा के मंत्रों का उच्चारण करें. उसके बाद कपूर या घी के दीपक से मां मां चंद्रघंटा की आरती करें. पूजा में हुई कमियों के लिए क्षमा मांग लें. उसके बाद मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना कर लें.